उज्जैन। चिटफंड कंपनी एसयूएसके इंडिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बाजार मूल के करीब 14 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क कर दी है. कंपनी के 12 पार्टनरों के ऊपर यह कार्रवाई की गई है. कलेक्टर आशीष सिंह के आदेश पर एसडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने यह कार्रवाई की. कंपनी के मालिक कैलाश लोधी, भगवन्ता लोधी, अनिल लोधी के नाम से उज्जैन के अलावा भोपाल व शाजापुर में भी संपति पाई गई हैं. जिसको कुर्क किया गया है.
इसके बाद आज उज्जैन की 6 संपत्तियों पर कब्जे की कार्रवाई शुरू की गई है. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा पर कार्रवाई की गई है और आगे भी कई कंपनियां हैं, जिन्होंने आम लोगों को ठगा है. उन पर भी कार्रवाई जल्द ही की जाएगी.
चिटफंड कंपनियों पर शिकंजा
उज्जैन कलेक्टर की मानें तो आगे ऐसी 16 चिटफंड कंपनी हैं. जो कि आम लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुकी हैं. इनकी लिस्ट भी तैयार है. इनकी संपत्ति की जानकारी निकाल कर जल्द ही इन पर कार्रवाई की जाएगी. आज भी जन सुनवाई में कई ऐसे पीड़ित आए थे, जिनकी जीवन भर की कमाई इन फंड कंपनियों ने हजम कर ली है. इसके साथ ही सहारा इंडिया कंपनी को लेकर भी कई लोग जनसुनवाई में पहुंचे थे.
यहां थी संपत्ति
- देवास रोड पर डिवाइन वैली में फ्लैट खरीदे थे. पति-पत्नी के नाम पर 20 लाख कीमत का फ्लैट बी 203 था. पुत्र के नाम पर भी फ्लैट था.
- मक्सी रोड पर कैसरबाग कॉलोनी में कॉर्नर का 15 लाख का फ्लैट, 10 लाख का दूसरा फ्लैट, पत्नी के नाम पर दो फ्लैट, इस तरह कैसरबाग में 4 फ्लैट लिए थे.
- उदयन मार्केट स्ट्रीट नरेंद्र मंगल कॉलोनी में 50 लाख के मूल्य का फ्लैट.
- सीहोर में एक करोड़ की जमीन.
- शाजापुर जिले में भी बना ली थी संपति.