उज्जैन। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के विवादित बयान से हर कोई अचंभा है. सीएम के फटी जींस को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने बाद में माफी मांग ली थी. लेकिन विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य ट्रस्टी चंपत राय ने उनके बयान से किनारा करते हुए कहा कि यदि लड़कियां घर और स्कूल में जींस पहन सकती है तो वह मंदिर में भी जींस पहन सकती है. राम मंदिर में आने वाले समय में फटी जींस पर प्रतिबंध ड्रेस कोट को लेकर कहा कि उत्तर भारत के मंदिरों में किसी भी प्रकार का ड्रेस कोट लागू नहीं है.
देशभर में चंदे और सरकार के हस्तक्षेप पर दी तीखी प्रतिक्रिया
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने बताया कि हमने कभी मंदिर के नाम पर चंदा नहीं लिया और ना लेंगे. यह सब समर्पण राशि है. हाल ही में राजस्थान की एक महिला ने कहा था मेरी सारी रकम मरने पर मंदिर में दे दी जाए, जिसके चार दिन बाद वह नहीं रही तो परिवार ने सबसे पहले महिला की अंतिम इच्छा पूर्ण कि. हमारे मना करने के बावजूद वही हम कई बार यह स्पष्ट कर चुके हैं. इसमें आने वाली कई पीढ़िया भी ये नहीं कह पाएगी कि सरकार का कोई हस्तक्षेप है, आप लिख लीजिए.
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उज्जैन पहुंचे चंपत राय ने मीडिया से की चर्चा
धार्मिक नगरी उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के विराजमान होने से हर रोज किसी न किसी नेता, अभिनेता और हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों का आम जन का आना जाना लगा रहता है. ऐसे ही महाकाल बाबा के चरणों में नतमस्तक होने पहुंचे राम मंदिर के ट्रस्टी चंपत राय. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित कर अपने विचार रखें और मीडिया से चर्चा की.
स्कूल में महिलाएं और बच्ची जींस पहन सकती हैं तो मंदिर में क्यों नहीं ?
उन्होंने बताया कि यहां से सीधे आर्चय मुनि विद्यासागर से मिलने जाऊंगा. राम जन्मभूमि पर मंदिर की तैयारी बहुत अच्छी चल रही है. तीन साल में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं फटी जींस के सवाल पर चंपत राय ने कहा कि भारत में किसी भी मंदिर में ड्रेस कोड नहीं है. जिस पर बवाल को लेकर कहा कि घर में स्कूल में जब महिलाएं और बच्ची जींस पहन सकती है तो मंदिर में क्यों नहीं.