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उज्जैन की बेटी कुनिका का सफल ऑपरेशन, ब्लैक फंगस की थी शिकार - Black fungus

ब्लैक फंगस से 12 साल की कुनिका का सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन करीब साढ़े चार घंटे तक चला.

Black fungus taken out by operation
कुनिका का ऑपरेशन कर ब्लैक फंगस निकाला
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Published : May 25, 2021, 2:24 PM IST

उज्जैन। ब्लैक फंगस से पीड़ित 12 साल की लड़की का सोमवार को जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन करीब साढ़े चार घंटे तक चला. लड़की कोरोना संक्रमित भी हुई थी. आंखों में समस्या होने पर उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उसे वापस उज्जैन भेज दिया गया. तीन दिन पहले उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

संक्रमण से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस की हुई शिकार

जिले के पांड्याखेड़ी निवासी लड़की कुनिका को कोरोना संक्रमण के कारण चार मई से आठ मई तक अस्पताल में भर्ती किया गया था. इसके बाद लड़की को आंखों में कुछ परेशानी होने लगी, जिसके बाद इंदौर के एमवाय अस्पताल ले जाया गया. वहां, डॉक्टरों ने इलाज करने के बजाय उसे वापस उज्जैन भेज दिया. परेशानी अधिक बढ़ने पर पीड़ित ने कलेक्टर आशीष सिंह से गुहार लगाई थी. इस पर जिला अस्पताल में कुनिका को भर्ती करवाया गया. कलेक्टर के निर्देश पर कुनिका को एम्फोटेरिसिन बी- 50 एमजी इंजेक्शन मुफ्त लगाए गए थे. आंखों में बढ़ते संक्रमण के चलते उसका ऑपरेशन किया जाना जरूरी था.

सिविल सर्जन ने दिए उपकरण और एंडोस्कोपी मशीन

कुनिका का ऑपरेशन करने के लिए जिला अस्पताल में जरूरी उपकरण और एंडोस्कोपी मशीन नहीं थी. जिस पर सिविल सर्जन और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. पीएन वर्मा ने खुद के निजी उपकरण और मशीन अस्पताल में उपयोग के लिए दे दिए. इसके बाद ऑपरेशन की व्यवस्था की गई. सोमवार दोपहर ऑपरेशन शुरू किया गया. चार घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद कुनिका की आंखों से फंगस निकाला गया.

उज्जैन। ब्लैक फंगस से पीड़ित 12 साल की लड़की का सोमवार को जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन करीब साढ़े चार घंटे तक चला. लड़की कोरोना संक्रमित भी हुई थी. आंखों में समस्या होने पर उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उसे वापस उज्जैन भेज दिया गया. तीन दिन पहले उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

संक्रमण से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस की हुई शिकार

जिले के पांड्याखेड़ी निवासी लड़की कुनिका को कोरोना संक्रमण के कारण चार मई से आठ मई तक अस्पताल में भर्ती किया गया था. इसके बाद लड़की को आंखों में कुछ परेशानी होने लगी, जिसके बाद इंदौर के एमवाय अस्पताल ले जाया गया. वहां, डॉक्टरों ने इलाज करने के बजाय उसे वापस उज्जैन भेज दिया. परेशानी अधिक बढ़ने पर पीड़ित ने कलेक्टर आशीष सिंह से गुहार लगाई थी. इस पर जिला अस्पताल में कुनिका को भर्ती करवाया गया. कलेक्टर के निर्देश पर कुनिका को एम्फोटेरिसिन बी- 50 एमजी इंजेक्शन मुफ्त लगाए गए थे. आंखों में बढ़ते संक्रमण के चलते उसका ऑपरेशन किया जाना जरूरी था.

सिविल सर्जन ने दिए उपकरण और एंडोस्कोपी मशीन

कुनिका का ऑपरेशन करने के लिए जिला अस्पताल में जरूरी उपकरण और एंडोस्कोपी मशीन नहीं थी. जिस पर सिविल सर्जन और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. पीएन वर्मा ने खुद के निजी उपकरण और मशीन अस्पताल में उपयोग के लिए दे दिए. इसके बाद ऑपरेशन की व्यवस्था की गई. सोमवार दोपहर ऑपरेशन शुरू किया गया. चार घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद कुनिका की आंखों से फंगस निकाला गया.

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