उज्जैन। लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के यहां पड़े छापों के मामलों में आयकर विभाग की एक सूची सामने आई है. सूची में 64 विधायकों के नाम और उनके आगे राशि लिखी हुई है. इस मामले में तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार का बयान सामने आया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी जांच एजेंसियों के माध्यम से डराना चाहती है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए तराना विधायक महेश परमार ने कहा कि कांग्रेस के काल में कोई भी घोटाला नहीं हुआ है. जबकि बीजेपी के 15 साल की सरकार में सिंहस्थ, व्यापम घोटले हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने चुनी हुई सरकार को गिराया गया है.
तराना विधायक ने कहा कि पार्टी इन षड़यंत्रकारी दस्तावेजों से डरने वाली नहीं है. बीजेपी मौजूदा मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस प्रकार का षड़यंत्र रच रही है. उन्होंने बीजेपी को सत्ता का लालची बताते हुए कहा कि एक ओर देश का अन्नदाता सिंधु बॉर्डर पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है, तो वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसान सम्मेलन कर रहे हैं.
आईटी छापों के दस्तावेज में कई बड़े चेहरे बेनकाब ! जांच की आंच में IAS-IPS लॉबी समेत बडे़ व्यापारी
कमलनाथ सरकार के दौरान लोकसभा और विधानसभा चुनावों में काले धन के इस्तेमाल के मामले में पड़े इनकम टैक्स रेड के दस्तावेजों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आने के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले में तराना विधायक महेश परमार ने कहा कि चुनाव से पहले भी मेरे पास भाजपा की ओर से ऑफर था, लेकिन मैंने उसे ठुकरा दिया था. उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह भाजपा की चाल है, जो कांग्रेस के लोगों को दबाना चाहती है. हम ऐसी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं. बता दे कि केंद्र सरकार द्वारा गैस और पेट्रोल दाम के वृद्धि को लेकर चरणबद्ध आंदोलन को लेकर तराना विधायक महेश परमार धरने पर बैठे है.