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सावन के पहले दिन महाकाल मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब, भोलेनाथ का हुआ विशेष श्रृंगार

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज सावन माह के पहले दिन आस्था का जनसैलाब उमड़ा. अल सुबह होने वाली भस्म आरती सावन का महीना होने के चलते विशेष रही.

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Published : Jul 17, 2019, 1:50 PM IST

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उज्जैन। आज से सावन महीने की शुरुआत हो गई. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई थी. मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सावन में महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चंद्र ग्रहण होने के कारण आज भस्म आरती देर से हुई. आरती से पहले मंदिर परिसर को धोया गया.

सावन का महीना शुरू, भोलेनाथ का हुआ विशेष श्रृंगार

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज सावन माह के पहले दिन आस्था का जनसैलाब उमड़ा. अल सुबह होने वाली भस्म आरती सावन का महीना होने के चलते विशेष रही. जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर बाबा के दर पर मत्था टेका. महाकालेश्वर मंदिर के पट सुबह 5 बजे खोले गए. बाबा महाकाल का जल से स्नान और पंचामृत से अभिषेक किया गया, जिसके बाद बाबा का आकर्षक श्रृंगार किया गया.

निकाली जाएगी बाबा महाकाल की सवारी
बाबा का आकर्षक श्रृंगार देखने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे थे. सावन के महीने में खासतौर पर महिलाओं की भीड़ मंदिर में देखी गई. इस माह के चारों सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी, जिसके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे.

भस्म आरती रहती है खास
भगवान शिव के अतिप्रिय इस माह के दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में महाकाल मंदिर पूजा के लिए पहुंचते हैं. यहां सुबह होने वाली भस्मारती की परंपरा भी है. ऐसे में विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में अल सुबह होने वाली भस्म आरती के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगता है.

उज्जैन। आज से सावन महीने की शुरुआत हो गई. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई थी. मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सावन में महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चंद्र ग्रहण होने के कारण आज भस्म आरती देर से हुई. आरती से पहले मंदिर परिसर को धोया गया.

सावन का महीना शुरू, भोलेनाथ का हुआ विशेष श्रृंगार

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज सावन माह के पहले दिन आस्था का जनसैलाब उमड़ा. अल सुबह होने वाली भस्म आरती सावन का महीना होने के चलते विशेष रही. जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर बाबा के दर पर मत्था टेका. महाकालेश्वर मंदिर के पट सुबह 5 बजे खोले गए. बाबा महाकाल का जल से स्नान और पंचामृत से अभिषेक किया गया, जिसके बाद बाबा का आकर्षक श्रृंगार किया गया.

निकाली जाएगी बाबा महाकाल की सवारी
बाबा का आकर्षक श्रृंगार देखने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे थे. सावन के महीने में खासतौर पर महिलाओं की भीड़ मंदिर में देखी गई. इस माह के चारों सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी, जिसके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे.

भस्म आरती रहती है खास
भगवान शिव के अतिप्रिय इस माह के दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में महाकाल मंदिर पूजा के लिए पहुंचते हैं. यहां सुबह होने वाली भस्मारती की परंपरा भी है. ऐसे में विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में अल सुबह होने वाली भस्म आरती के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगता है.

Intro:उज्जैन सावन का पहला दिन भक्तों की भीड़ ग्रहण के बाद मंदिर को फायर की टीम ने धोया


Body:उज्जैन आज सावन माह की शुरुआत होने जा रही है और भगवान शिव को अति प्रिय इस माह में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उज्जैन के महाकाल मंदिर पूछते हैं दरअसल एकमात्र महाकाल का शिवलिंग है जो दक्षिण दिशा में है और यही परल सुबह होने वाली भस्मारती आरती की परंपरा भी है ऐसे में विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर अल सुबह होने वाली भस्मा आरती में श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है देर रात से ही मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई थी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सावन में सोमवार के महाकाल के दर्शन पूजन अर्चन करता है उसकी मनोकामना मुरादें पूरी होती है इधर आज ग्रहण होने के कारण और भस्म आरती देर से शुरू हुई और पूरा मंदिर परिसर को ग्रहण के मोक्ष के बाद धोया गया


Conclusion:उज्जैन देसी पंचायत महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज सावन माह के पहले दिन आस्था का जनसैलाब उमड़ा हुआ है आल शुबहा होने वाली भस्मा आरती सावन में होने के कारण विशेष रही भस्मा आरती में हजारों श्रद्धालुओं ने सम्मिलित होकर बाबा के दर पर मत्था टेका आज महाकालेश्वर मंदिर के पट 5:00 बजे खोले गए और बाबा महाकाल का जल से स्नान पंचामृत अभिषेक किया गया जिसके बाद बाबा को भस्म रामई लगई उसके बाद दीप आरती के साथ आकर्षक श्रृंगार किया गया जिसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आए बाबा महाकाल से प्रार्थना की मान्यता है कि जो भक्त श्रावण मास में बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन करता है उनके सारे कष्ट दूर होते हैं और मनोकामना पूर्ण होती है इसी कारण हर वक्त आरती के दर्शन कर हो जाएं और इसी आशा के साथ देश के कोने-कोने से भक्त महाकाल के दरबार आते हैं आज देर रात 4:30 पर ग्रहण का मोक्ष होने के बाद महाकाल मंदिर के पट खोले गए जिसके बाद मंदिर का शुद्धिकरण करने के लिए मंदिर को दवा गया जिसके बाद 5:00 बजे भस्मा आरती शुरू हुई सावन का महीना खास कर महिलाओं के लिए भी खास होता है इस कारण भी महिलाओं की भीड़ ज्यादा दिखाई देती है अब सावन के चारों सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी जिसके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे


बाइट--- महेश पुजारी महाकाल मंदिर उज्जैन

बाइट---शेनना श्रद्धालु

बाइट--- श्रद्धालु
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