उज्जैन। आज से सावन महीने की शुरुआत हो गई. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई थी. मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सावन में महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चंद्र ग्रहण होने के कारण आज भस्म आरती देर से हुई. आरती से पहले मंदिर परिसर को धोया गया.
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज सावन माह के पहले दिन आस्था का जनसैलाब उमड़ा. अल सुबह होने वाली भस्म आरती सावन का महीना होने के चलते विशेष रही. जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर बाबा के दर पर मत्था टेका. महाकालेश्वर मंदिर के पट सुबह 5 बजे खोले गए. बाबा महाकाल का जल से स्नान और पंचामृत से अभिषेक किया गया, जिसके बाद बाबा का आकर्षक श्रृंगार किया गया.
निकाली जाएगी बाबा महाकाल की सवारी
बाबा का आकर्षक श्रृंगार देखने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे थे. सावन के महीने में खासतौर पर महिलाओं की भीड़ मंदिर में देखी गई. इस माह के चारों सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी, जिसके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे.
भस्म आरती रहती है खास
भगवान शिव के अतिप्रिय इस माह के दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में महाकाल मंदिर पूजा के लिए पहुंचते हैं. यहां सुबह होने वाली भस्मारती की परंपरा भी है. ऐसे में विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में अल सुबह होने वाली भस्म आरती के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगता है.