उज्जैन। संघ प्रमुख मोहन भागवत के ब्राह्मणों को लेकर दिए गए जातिगत बयान मामले ने तूल पकड़ लिया है. बाबा महाकाल की नगरी में ब्राह्मण समाज के अलग-अलग संगठनों ने एकत्रित होकर संघ प्रमुख के विरुद्ध नारे बाजी की और 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि माफी मांगे संघ प्रमुख वर्ना समाज के लोग उग्र आंदोलन करेंगे. उन्होंने नारेबाजी करते हुए कहा कि जब-जब ब्राह्मण बोला है राज सिंहासन डोला है. एक तरफ संघ हिंदुत्व की, हिंदू राष्ट्र की बात करता है और एक तरफ इस तरह के बयान देता है, जो निंदनीय है. ब्राह्मण के बिना हिंदू राष्ट्र की कल्पना करना भी सम्भव नहीं है. आपको बता दे ब्राम्हण वर्ग ने यह भी कहा कि यह एक षड्यंत्र है. पहले श्री रामचरितमानस को निशाना बनाया,अब सीधा ब्राह्मण पर टिप्पणी.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का विरोधः दरअसल मंगलवार को शहर के चामुंडा माता मंदिर चौराह के पास स्थित पशुपति नाथ मंदिर में सर्व ब्राह्मण समाज के प्रमुख एकत्रित हुए. यहां सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि 24घंटे में संघ प्रमुख मोहन भागवत ब्राह्मणों से माफी मांगे नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. बयान आने के बाद से ही ब्राह्मणों में नाराजगी दिखनी शुरू हो गई थी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ब्राह्मणों ने भागवत को घेरना शुरू कर दिया था तो अब सार्वजनिक रूप से विरोध शुरू हो गया है.
यह कहा था भागवत नेः संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई में संत रविदास जयंती के मौके पर कहा था, ‘हमारी समाज के प्रति भी जिम्मेदारी है. जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए मेरे लिए सभी एक हैं. पंडितों ने जातिगत श्रेणी बनाईं, जो गलत था. इस बयान के बाद से लगातार देश का माहौल गरमाता जा रहा है. राजनीतिक गलियारे में भी इसको लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. विपक्षी कांग्रेस को भी यह मुद्दा मिल गया है.
Ruckus on statement: भागवत के खिलाफ बगावत पर उतरे ब्राह्मण, बोले-2 दिन में माफी मांगे संघ प्रमुख
शहर के ब्राह्मणों ने कही यह बातेंः शहर के पंडित राजेश त्रिवेदी ने कहा कि पूरा ब्राह्मण समाज भागवत के बयान से आक्रोशित है. उनका बयान समाज के खिलाफ है. हिंदू समाज को खंड-खंड करने वाला है. अगर उन्होंने 24 घंटे के अंदर माफी नहीं मांगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. ब्राह्मण राजेश पंड्या ने कहा ब्राह्मण विरोधी बयान से हम आहत है. क्या बिना ब्राह्मण के हिंदू राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है. वहीं ब्राह्मण सुरेंद्र चतुर्वेदी ने कहा कि देश में आजकल ब्राह्मण को टारगेट किया जा रहा है. ब्राह्मण समाज का मानना है हमने हमेशा मार्ग दर्शन किया है ब्राह्मण संगठित है हम अपनी आवाज उठाना जानते है.