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महाकाल के दरबार में प्रवेश के लिए रिश्वत! 1000 रुपए में भस्म आरती के दर्शन

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Published : Nov 8, 2021, 5:16 PM IST

Updated : Nov 8, 2021, 5:55 PM IST

महाकाल मंदिर में प्रवेश के लिए हो रही कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है. सोमवार को भी मंदिर प्रशासक के औचक निरीक्षण के दौरान ऐसा मामला सामने आया. जब प्रशासक निरीक्षण कर रहे थे, तो उन्हें श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें मंदिर में प्रवेश के लिए 1000 रुपए में परमिशन खरीदना पड़ा. प्रशासक ने जिम्मेदार कर्मचारी को हिदायद देकर छोड़ दिया.

Black marketing to enter Mahakal mandir
महाकाल के दरबार में प्रवेश के लिए कालाबाजारी

उज्जैन। बाबा महाकाल मंदिर में सोमवार सुबह होने वाली भस्म आरती में मंदिर के प्रशासक ने औचक निरीक्षण किया. वहीं श्रद्धालुओं से अनुमति के संंबंध में जानकारी भी ली. भस्म आरती में कुछ भक्त 1000 रुपए देकर दूसरे की पर्मिशन पर भी आए थे. इस पर मंदिर प्रशासक ने जिम्मेदार कर्मचारी को हिदायत देकर छोड़ दिया. दरअसल दीपावली पर्व के बाद गुजरात सहित अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या मंदिर में बढ़ गई है. इसलिए मंदिर के कर्मचारी मंदिर की परमिशन के लिए कालाबाजारी कर रहे है.

1000 हजार रुपए में बेची परमिशन

महाकालेश्वर मंदिर में दीपावली की छुट्टी के करण अचानक श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है. जिसमें अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे है. भारी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए रविवार को मंदिर प्रशासन ने निर्धारित टिकट वाले गेट पर रात 3 बजे से सुबह 6 बजे तक औचक चैकिंग की. इस दौरान भस्म आरती में आने वाले प्रोटोकॉल और सामान्य दर्शनार्थियों की परमिशन को चेक किया गया.

मंदिर प्रशासन फिलहाल करीब 800 दर्शनार्थियों को भस्म आरती के लिए अनुमति जारी कर रहा है. वहीं मंदिर प्रशासक ने सोमवार सुबह सभी की अनुमति चेक की. मंदिर से जुड़े सूत्र बताते है की सरकारी विभाग के कर्मचारी को एक-एक हजार रुपए में परमिशन बेचने के आरोप में पकड़ा गया.

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परमिशन बेचने के आरोप पर हुई थी FIR

महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ जब अनुमति चेक कर रहे थे तभी कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने भस्म आरती की अनुमति खरीदी है. उस वक्त प्रोटोकॉल में दर्शन करवाने वाले कर्मचारी को अधिकारियों ने जमकर खरी खोटी सुनाई और हिदायत देकर छोड़ दिया. हालांकि इससे पहले मंदिर के कर्मचारियों पर परमिशन बेचने के आरोप लगने के बाद एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

प्रशासक ने कहा, नहीं हुई कालाबाजारी

प्रशासक गणेश धाकड़ ने की कहा कि व्यवस्था देखने के लिए सुबह 3 बजे निरीक्षण शुरु किया था. श्रद्धालुओं की अनुमति भी चेक की गई. हमारा प्रयास है कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु सहजता से बाबा महाकाल के दर्शन कर अच्छा संदेश लेकर शहर लौटे. औचक निरीक्षण कर आगे भी व्यवस्थाएं देखेंगे. इस दौरान कोई खामी मिलती है, तो उसे सुधारा जाएगा. हालांकि प्रशासक ने किसी भी कर्मचारी को पकड़ने संबंधी खबरों को निराधार बताया है.

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होटल, धर्मशालाएं और लॉज फुल

दीपावली पर्व के बाद भी गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और राजस्थान सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंच रहे है. पिछले वर्ष कोरोना के कारण पूर्व बुकिंग के आधार पर ही श्रद्धालुओं को दर्शन लाभ मिला था. इस बार दर्शन व्यवस्था में छूट होने से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे है. मंदिर के आसपास की होटलें, धर्मशालाएं पहले से ही फुल हो गई है.

उज्जैन। बाबा महाकाल मंदिर में सोमवार सुबह होने वाली भस्म आरती में मंदिर के प्रशासक ने औचक निरीक्षण किया. वहीं श्रद्धालुओं से अनुमति के संंबंध में जानकारी भी ली. भस्म आरती में कुछ भक्त 1000 रुपए देकर दूसरे की पर्मिशन पर भी आए थे. इस पर मंदिर प्रशासक ने जिम्मेदार कर्मचारी को हिदायत देकर छोड़ दिया. दरअसल दीपावली पर्व के बाद गुजरात सहित अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या मंदिर में बढ़ गई है. इसलिए मंदिर के कर्मचारी मंदिर की परमिशन के लिए कालाबाजारी कर रहे है.

1000 हजार रुपए में बेची परमिशन

महाकालेश्वर मंदिर में दीपावली की छुट्टी के करण अचानक श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है. जिसमें अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे है. भारी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए रविवार को मंदिर प्रशासन ने निर्धारित टिकट वाले गेट पर रात 3 बजे से सुबह 6 बजे तक औचक चैकिंग की. इस दौरान भस्म आरती में आने वाले प्रोटोकॉल और सामान्य दर्शनार्थियों की परमिशन को चेक किया गया.

मंदिर प्रशासन फिलहाल करीब 800 दर्शनार्थियों को भस्म आरती के लिए अनुमति जारी कर रहा है. वहीं मंदिर प्रशासक ने सोमवार सुबह सभी की अनुमति चेक की. मंदिर से जुड़े सूत्र बताते है की सरकारी विभाग के कर्मचारी को एक-एक हजार रुपए में परमिशन बेचने के आरोप में पकड़ा गया.

महाकाल मंदिर प्रांगण में चलेंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियां, 500 करोड़ की लागत से हो रहा कायाकल्प

परमिशन बेचने के आरोप पर हुई थी FIR

महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ जब अनुमति चेक कर रहे थे तभी कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने भस्म आरती की अनुमति खरीदी है. उस वक्त प्रोटोकॉल में दर्शन करवाने वाले कर्मचारी को अधिकारियों ने जमकर खरी खोटी सुनाई और हिदायत देकर छोड़ दिया. हालांकि इससे पहले मंदिर के कर्मचारियों पर परमिशन बेचने के आरोप लगने के बाद एफआईआर दर्ज कराई गई थी.

प्रशासक ने कहा, नहीं हुई कालाबाजारी

प्रशासक गणेश धाकड़ ने की कहा कि व्यवस्था देखने के लिए सुबह 3 बजे निरीक्षण शुरु किया था. श्रद्धालुओं की अनुमति भी चेक की गई. हमारा प्रयास है कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु सहजता से बाबा महाकाल के दर्शन कर अच्छा संदेश लेकर शहर लौटे. औचक निरीक्षण कर आगे भी व्यवस्थाएं देखेंगे. इस दौरान कोई खामी मिलती है, तो उसे सुधारा जाएगा. हालांकि प्रशासक ने किसी भी कर्मचारी को पकड़ने संबंधी खबरों को निराधार बताया है.

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होटल, धर्मशालाएं और लॉज फुल

दीपावली पर्व के बाद भी गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और राजस्थान सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंच रहे है. पिछले वर्ष कोरोना के कारण पूर्व बुकिंग के आधार पर ही श्रद्धालुओं को दर्शन लाभ मिला था. इस बार दर्शन व्यवस्था में छूट होने से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे है. मंदिर के आसपास की होटलें, धर्मशालाएं पहले से ही फुल हो गई है.

Last Updated : Nov 8, 2021, 5:55 PM IST
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