उज्जैन। शिवरात्रि के मौके महाकालेश्वर मंदिर में 9 दिनों तक बाबा महाकाल का अलग-अलग श्रृंगार किया जाएगा. इसके अलावा सालभर में एक बार दिन में भस्म आरती का भी आयोजन किया जाता है. ऐसे में शिवारात्रि के दौरान मंदिर में व्यवस्थाओं को फाइनल करने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह, SP सतेंद्र कुमार शुक्ल, स्मार्ट सिटी प्रमुख कार्यपालन अधिकारी जितेंद्र सिंह चौहान, महाकाल मंदिर प्रशासक SDM नरेंद्र सूर्यवंशी ने कई अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर का जायजा लिया.
दर्शन व्यवस्था के लिए किया गया दौरा
अधिरकारियों ने मंदिर के फैसिलिटी सेंटर से शंख द्वार और वर्तमान में मंदिर की सभी व्यवस्थाओं का अलग-अलग प्रवेश के गेट के जरिए मुआयना किया. इस दौरान ASP अमरेंद्र सिंह ने पिछले साल दर्शनार्थियों की संख्या के संदर्भ में बनाई गई दर्शनार्थियों की पंक्तियां, विशिष्ट जन व्यवस्था, मंदिर के पुजारी, पुरोहित आदि से योजना की जानकारी भी ली. प्रशासनिक टीम ने बाहरी मार्ग हरसिद्धि मंदिर, त्रिवेणी संग्रहालय तक दौरा किया. इस दौरान कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि सुरक्षा शीघ्रता में संतुलन रहे ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर प्रबंधक समिति और अधिकारियों की बैठक
18 फरवरी को हुई बैठक के बाद यह दूसरी मीटिंग थी, जिसमें मौका मुआयना किया गया. 18 तारीख को हुई बैठक में लाखों की संख्या में हर साल बाबा के दर्शन का लाभ लेने उमड़ने वाले भक्तों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रवचन हॉल में बैठक हुई थी.
क्या है मान्यता ?
फागुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है. महाशिवरात्रि का महत्व इसलिए है, क्योंकि यहां शिव और शक्ति का मिलन की रात है. शिव भक्त इस दिन व्रत रखकर अपने आराध्य का आशीर्वाद लेते हैं. हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का महत्व ज्यादा है, इस वर्ष महाशिवरात्रि 11 मार्च गुरुवार के दिन मनाया जाएगी. शिवरात्रि का अर्थ है शिव जी की रात्रि और यह भगवान शिव के सम्मान में मनाई जाती है. इस दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था. साल में होने वाली 12 शिवरात्रि में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसमें भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. उज्जैन में महाशिवरात्रि के दिन साल में एक बार दिन में भस्म आरती की जाती है.