उज्जैन| महाकालेश्वर मंदिर में वैसे तो साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी होती है. भक्त मंदिर में दान भी करते हैं और अन्य आय के साधनों से भी महाकाल मंदिर समिति को करोड़ों रुपए की आय होती है. लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान महाकाल मंदिर प्रबंधन को सिर्फ वीआईपी आगमन से 9 लाख रुपए की आय हुई है.
ये आए चुनाव के दौरान दर्शन के लिए आए कई बड़े नेताओं और वीआईपी लोगों के दर्शन से हुई है. महाकाल मंदिर दर्शन के लिए आए नेताओं ने टिकट कटवाकर मंदिर समिती को दान किया है.मंदिर समिति को कमरे बुकिंग, वीआईपीसी दर्शन, लड्डू भोग, गर्भ गृह में पंचामृत अभिषेक और पूजन सहित अन्य तरीकों से महाकाल मंदिर को एक साल में करीब 35 करोड़ रुपए के आसपास की आय होती है. महाकाल मंदिर में आचार संहिता के दौरान प्रियंका गांधी, कमलनाथ, प्रज्ञा ठाकुर, नितिन गडकरी, गुजरात के सीएम विजय रुपाणी, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी सहित कई वीआईपी नेताओं ने महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए. उन्होंने रसीद कटवाकर 15 सौ रुपए में गर्भ गृह में दर्शन किए और महाकालेश्वर मंदिर की धर्मशाला में भी दान किया.
लोकसभा चुनवा की आचार संहिता 70 दिन तक लगी रही थी. इस दौरान मंदिर समिति को कुल 9 लाख रुपए तक की आय हुई है.