टीकमगढ़। दर्जनों महिलाओं ने पंचायत विभाग और आजीविका मिशन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस महिलाओं का आरोप है कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है. सभी महिलाओं को कहना है कि, उनके साथ नाइंसाफी की जा रही. उनकी आर्थिक हालत खराब हो रही है. टीकमगढ़ जिले के पलेरा जनपद पंचायत के अंतर्गत यह सभी 71 महिलाएं प्रत्येक पंचायत में आजीविका मिशन की तरफ से प्रेरक के रूप में तैनात थीं, जिनका काम गांव में महिलाओं को एकत्रित कर समूह बनाना और शासन की योजनाओं को लेकर जागरूक करना, लाभ दिलवाना और इन सभी महिलाओं को हर ग्राम पंचायत में पंचायत सखी के रूप में नियुक्त करना था. जो काफी समय से काम कर रहीं थीं. दिल्ली की टीम के द्वारा टीकमगढ़ कलेक्ट्रेट में पिछले साल सभी महिलाओं की ट्रेनिग भी करवाई गई थी और कहा गया था कि, जिन महिलाओं को पंचायत सखी की ट्रेनिग दी गई है, उनको ही पंचायत में सखी बनाया जाएगा, लेकिन कुछ दिन पहले यहां महिलाओं की जगह पुरुषों को पंचायत सखी की जगह पर नियुक्त कर दिया गया, जिसके विरोध में सभी महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है.
टीकमगढ़ जिले की अन्य जनपद पंचायतों में महिलाओं को ही पंचायत सखी के रूप में तैनात किया गया, लेकिन टीकमगढ़ जिले की पलेरा जनपद पंचायत की सभी 71 ग्राम पंचायतों में महिलाओं को आश्वासन देकर उनके साथ धोखा किया गया. जबकि तमाम महिलाएं 2008 और 2009 से अपनी-अपनी पंचायत में काम कर रही थी.