ETV Bharat / state

स्नातक की पढ़ाई कर रहे लड़के ने लिखीं तीन किताबें, साहित्य के प्रति रूचि ने पहुंचाया इस मुकाम पर - yong writer anurag mishra

टीकमगढ़ के अनुराग मिश्रा दिल्ली यूनिवर्सिटी में अपनी स्नातक की पढ़ाई के दौरान तीन किताबें प्रकाशित कर युवा लेखक बन गए हैं.

अनुराग मिश्रा ने स्नातक के दौरान लिखी तीन किताबें
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 7:44 PM IST

टीकमगढ़। शहर के अनुराग मिश्रा दिल्ली में स्नातक की पढ़ाई करते हुए तीन किताबों के लेखक बन गए हैं. साहित्य और लेखन में रूचि के चलते पढ़ाई के दौरान अनुराग ने किताबें लिखी. अनुराग की ये किताबें 2017 से 2019 के बीच प्रकाशित हुई हैं.

अनुराग मिश्रा ने स्नातक के दौरान लिखी तीन किताबें


अनुराग ने तीन किताबें लिखी हैं, जिनमें से पहली किताब 'स्ट्रगल ऑफ अ स्टार एंड अ ब्यूटिफुल लव स्टोरी' है, जो कि दिल्ली यूनिवर्सिटी और वहां पढ़ रहे छात्रों के जीवन और संघर्ष पर है. दूसरी किताब 'सफलता तय है', जिसमें पाठकों को एक प्रोत्साहन और प्रेरणा और साहस की अनुभूति होती है. वहीं अनुराग की तीसरी किताब 'हरदोल एक महान शासक' है, जो बुंदेलखंड के हरदोल शासक के जीवन को दर्शाती है.


दिल्ली यूनिवर्सिटी में अभी इतिहास से स्नातकोत्तर कर रहे अनुराग ने स्नातक भी दिल्ली यूनिवर्सिटी में इतिहास से ही किया है. इतिहास और साहित्य के प्रति रूचि ने अनुराग को युवा लेखक बना उस मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां पहुंचने में लोगों को काफी वक्त लग जाता है.

टीकमगढ़। शहर के अनुराग मिश्रा दिल्ली में स्नातक की पढ़ाई करते हुए तीन किताबों के लेखक बन गए हैं. साहित्य और लेखन में रूचि के चलते पढ़ाई के दौरान अनुराग ने किताबें लिखी. अनुराग की ये किताबें 2017 से 2019 के बीच प्रकाशित हुई हैं.

अनुराग मिश्रा ने स्नातक के दौरान लिखी तीन किताबें


अनुराग ने तीन किताबें लिखी हैं, जिनमें से पहली किताब 'स्ट्रगल ऑफ अ स्टार एंड अ ब्यूटिफुल लव स्टोरी' है, जो कि दिल्ली यूनिवर्सिटी और वहां पढ़ रहे छात्रों के जीवन और संघर्ष पर है. दूसरी किताब 'सफलता तय है', जिसमें पाठकों को एक प्रोत्साहन और प्रेरणा और साहस की अनुभूति होती है. वहीं अनुराग की तीसरी किताब 'हरदोल एक महान शासक' है, जो बुंदेलखंड के हरदोल शासक के जीवन को दर्शाती है.


दिल्ली यूनिवर्सिटी में अभी इतिहास से स्नातकोत्तर कर रहे अनुराग ने स्नातक भी दिल्ली यूनिवर्सिटी में इतिहास से ही किया है. इतिहास और साहित्य के प्रति रूचि ने अनुराग को युवा लेखक बना उस मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां पहुंचने में लोगों को काफी वक्त लग जाता है.

Intro:एंकर इन्ट्रो / टीकमगढ़ जिले का एक विद्यार्थी दिल्ली विश्विद्यालय में पढ़ते पढते बना लेखक और तीन साल में लिख डाली 3 ज्ञानबर्धक और उत्साहित करने बाली कितावे


Body:वाइट् /01 अनुराग मिश्रा विद्यार्थी लेखक टीकमगढ़ वाइट् /02 हरिओम मिश्रा लेखक के पिता टीकमगढ़ वाइस ओबर / किसी ने सच ही कहा कि लालने के पाव पालने में दिखाई दे जाते है !कि उसकी में कितनी प्रतिभा है !और यह बात टीकमगढ़ शहर के रहने बाले हरिओम मिश्रा के छोटे पुत्र अनुराग मिश्रा में देखने को मिला और इन्होंने दिल्ली में रहकर पढ़ाई के साथ साथ 3 किताबे लिखकर सभी को हैरत में डाल दिया अनुराग के पिता हरिओम कृषि बिभाग में कृषि बिस्तार अधिकारी है !और उनका छोटा पुत्र है !अनुराग यह दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास से स्नातक ओर स्नाक्तकोत्तर की डिग्री की यह तकरिवन दिल्ली ने 5 साल से निरंतर अध्ययनरत है !और इसी दौरान पढ़ाई पढ़ाई के साथ साथ इसकी रुचि अचानक लेखन पर गई और यह 3 साल ने लेखक बन गया और उसने 3 कितावे लिख डाली और इसने यह कितावे 2017 से 2019 के दरमियान लिख डाली जिस पर उनके माता पिता को काफी गर्व होरहा है !वही अनुराग का कहना रहा कि किसी को भी सफलता पहलीवार में न मिलने पर हताश ओर निराश नही होना चाहिए सतत प्रयास करना चाहिए सफलता जरूर मिलेगी अनुराग ने जो कितावे लिखी है !उनमें स्ट्रगल ऑफ स्टार, सफलता तय है ,ओर हरदौल एक महान साशक के नाम से लिखी गई है ! अनुराग का लेखक बनना पढ़ाई के समय से ही इनको लेखन में रुचि बढ़ी ओर फिर माता पिता के सहयोग से यह आज 3 कितावे लिखकर लेखक जो बनगये


Conclusion:टीकमगढ़ अनुराग ने जो कितावे लिखी उसमे बुन्देखण्ड का साहित्य और साशन ओर युवाओं को संयम और सफलता को लेकर उत्साहित करना और दिल्ली विश्वविद्यालय में क्या होता है छात्र जीवन उसपर यह कितावे लिखी गई जिसमें पहली किताव अनुराग ने लिखी है!stgarl of star जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों का जीवन और संघर्ष की कहानी बताई गई है !कि देश की सबसे बड़ा विस्वविद्यालय में कैसे छात्र पड़ते है !और कैसे राजनीति करते है !वही उन्होंने दूसरी किताब सफलता एक तय है लिखी है !जिसमे उन्होंने लोगो को सफलता प्राप्त करने के टिप्स लिखे है !,की युवाओं और लोगो को एक वार सफलता न मिलने पर हताश ओर मायूस नही होना चाहिए और लगातार तैयारी करे सफलता जरूर मिलेगी सिर्फ अपना लक्ष्य लेकर चले साथ मे फिर कोई दिक्कत नही होगी वही तीसरी किताब इन्होंने लिखी है !बुन्देलखण्ड के लाला हरदौल पर लिखी है !जिसमे लाल हरदौल का त्याग और तपस्या ओर अपनी भाबी के प्रति समपर्ण को दिखाया गया और लाल हरदौल ओर उनकी बहिन कुंजावती का प्रेम और चम्पाबति हरदौल की भावी ओर हरदोल के प्रति मा ओर बेटे जैसे रिस्तो को बताया गया और हरदोल के शासन का भी चित्रण कियागया है !अनुराग का कहना रहा कि अभी यह ओर भी कितावे लिखेंगे
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.