टीकमगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली है. लोकसभा आरक्षित 06 सीट से ऐतिहासिक मतों से जीत दर्ज करने वाले सांसद डॉ वीरेंद्र खटीक को पीएम मोदी के मंत्री मंडल में जगह नहीं मिली है. बता दे, तीसरी बार सांसद बने वीरेंद्र खटीक को मंत्री मंडल में अपने प्रमोशन की उम्मीद थी.
डॉक्टर वीरेंद्र खटिक सरल और सहज जरूर है. वे पिछली लोकसभा में राज्यमंत्री भी रहे लेकिन वे जनता ने अपनी कोई पकड़ नहीं बना सके. टीकमगढ़ लोकसभा सीट के 8 विधानसभा सीटों की जनता इनसे नाराज थी और इन पर लगातार सांसद बनने के बाद भी विकास नहीं करवाया गया. जिससे जनता काफी नाराज रहीं है. कई बार तो जनता ने चुनावी प्रचार के दौरान उनको भगाया भी था. इसके पहले उन्होंने छतरपुर के नौगांव में विवादित बयान देते हुए हिन्दुयों को रोहंगिया करार दिया था.
मोदी ने बुन्देलखण्ड से दमोह सासंद प्रह्लाद पटेल को राज्य बनाकर मंत्री मंत्री मंडल को मजबूत किया है जबकि पहली बार दलित वोट को साधने के लिए वीरेंद्र खटिक को मंत्री मंडल में शामिल किया गया था. वहीं इस बार वीरेंद्र खटीक को डिमोशन की मार झेलनी पड़ी है.