टीकमगढ़। जिले के लमेरा गांव में पिछले 25 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है. जिसको शनिवार को कर्फ्यू मुक्त कर दिया गया. बता दें कि, लमेरा में कोरोना का पॉजिटिव मिलने का बाद से ही गांव में कर्फ्यू लगाकर कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था. वहीं एक अन्य मरीज भी कोरोना को मात देकर अपने घर वापस लौट आया है.
दरअसल जिले के लमेरा निवासी संतोष शुक्ला की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद से 14 अप्रैल से ही गांव को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर दिया गया था और गांव में कर्फ्यू लगाते हुए गांव को सील कर दिया गया था. संतोष को बलदेवगढ़ के अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया था. बताया जा रहा है कि 30 मार्च को संतोष अपने साथियों के साथ इंदौर से टीकमगढ़ होते हुए अपने गांव लौटा था. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी को होम क्वारंटाइन करते हुए सैंपल लिए थे. जिसके बाद 14 अप्रैल को उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद गांव में कर्फ्यू लगा दिया गया था. 24 दिनों में 4 बार सैंपल की नेगेटिव रिपोर्ट आने का बाद बीते दिनों उसे अस्ताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. जिसके बाद गांव से भी कर्फ्यू हटा लिया गया है.
वहीं दूसरा पॉजिटिव मरीज जितेंद्र चिडार जो कि, इंदौर से साइकिल से गुना होते हुए आहार गांव पहुंचा था, जिसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में ही क्वारंटाइन किया था. उसकी जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई, जिसके बाद उसे भी बलदेवगढ़ अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां से 14 दिनों में वो कोरोना को मात देकर अपने घऱ वापस लौट आया है. इस दौरान अस्पताल के स्टॉफ ने उसे फूल माला पहनाकर विदाई दी. बता दें कि, कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आहार गांव को भी कंटेंटमेंट जोन घोषित करते हुए गांव में कर्फ्यू लगा दिया गया था. हालांकि अभी भी गांव को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है.