टीकमगढ़। प्रदेश में अब किसानों की माली हालत में सुधार को लेकर सभी जिलों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत टीकमगढ़ को एक जिला एक उत्पाद के तहत अदरक की खेती के लिए चुना गया है. अब इस जिले में अदरक की खेती पर विशेष महत्व दिया जाएगा.
- कच्चे फलों की खेती पर भी जोर दिया जाएगा
टीकमगढ़ के दौरे पर आए उद्यान और खाद्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने किसान संगोष्टि में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों को लेकर काफी गंभीर है. रवि और खरीफ की फसलों के अलावा कच्चे फलों की खेती पर जोर दिया जा रहा है, जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें. अब अमरूद, पपीता, अदरक और कई अन्य सब्जियों सहित तमाम फलदार पेड़ों को लगाकर खेती पर जोर दिया जा रहा है.
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मंत्री ने आगे कहा कि बुंदेलखंड का प्रसिद्ध आम और अमरूद काफी मीठा होता है, लेकिन अब ये विलुप्त होते जा रहे हैं. इन फलों की खेती को फिर से किया जाएगा, जिससे उद्यान ओर फलों की खेती जिंदा हो सके. इसको लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है. सरकार की बिसेस योजना जिला एक उत्पाद के तहत टीकमगढ़ को अदरक के रूप में चुना गया. अब उद्यान विभाग अदरक की खेती के लिए किसानों को ट्रेनिंग देगी. उनको 33 प्रतिशत की सब्सिडी पर अदरक की खेती करवाई जाएगी और अदरक को बेचने के लिए मार्केट भी उपलब्ध करवाया जाएगा.