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टीकमगढ़: जिला प्रशासन की अनोखी पहल, मजदूरी के लिए बाहर गए मतदाताओं को बुलाने के लिए बनाया कंट्रोल रूम

टीकमगढ़ जिला प्रशासन ने जिले से पलायन कर गए हजारों मतदाताओं को मतदान के दिन वापस बुलाने की एक अनोखी पहल की है. इसके लिए प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम बनाकर मतदाताओं को बुलाने का अभियान चलाया जा रहा है.

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Published : Apr 20, 2019, 8:21 PM IST

नीतू माथुर, जिला पंचायत सीईओ, टीकमगढ़

टीकमगढ़। जिले में पलायन कर गए हजारों मतदाताओं को मतदान के दिन वापस बुलाने की एक अनोखी पहल की गई है. इसके लिए प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित कर मतदाताओं को बुलाने का अभियान चलाया जा रहा है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रसासन ने ये अनूठी पहल शुरु की है.


यह पहल कलेक्टर के निर्देशन में जिला पंचायत की सीईओ नीतू माथुर ने की है. उन्होंने टीकमगढ़ जिले से बाहर पलायन कर गए तकरीबन 12 हजार मजदूरों को वापस बुलाने के लिए एक स्पेशल चुनाव पलायन कण्ट्रोल रूम स्थापित किया. यहां से सभी मजदूरों के एजेंट ओर ठेकेदारों को फोन लगाकर सम्पर्क किया जाता है, इसमें सरकारी कर्मचारियो को मजदूरों को फोन लगाने के लिए बैठाया गया है. लोकतंत्र के महाकुंभ को सफल बनाने की यह ऐतिहासिक पहल है.

कंट्रोल रूम


जिला पंचायत सीईओ ने ईटीवी भारत को बताया कि हमने जिले के तकरीबन 11 हजार 500 मजदूरों का पहले डाटा तैयार किया. साथ ही उनसे संपर्क करने के लिए उनके एजेंट ओर ठेकेदारों के नम्बर इकट्ठे किये. अब उनसे संपर्क करके बताया जा रहा है कि यदि तुमने 6 मई को टीकमगढ़ जिले के मजदूरों को मतदान करने नहीं भेजा तो तुम पर कार्रवाई की जाएगी.


वहीं जिन मजदूरों के फोन नम्बर हैं, उनसे लगातार बातचीत की जा रही है और उनसे मतदान के दिन 6 मई को वापस आने का बोला जा रहा है. खास बात ये है कि सैंकड़ों मजदूरों ने वापस आकर मतदान करने की बात कही भी है. पलायन कर चुके जो भी मजदूर अपने परिवार सहित दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, ग्वालियर, मुम्बई और इसके अलावा राज्यों गए हैं. उनको भी मतदान के दिन आने के लिए बुलाया जा रहा है. इसके लिए जिला पंचायत के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि मजदूरों की तरफ से भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

टीकमगढ़। जिले में पलायन कर गए हजारों मतदाताओं को मतदान के दिन वापस बुलाने की एक अनोखी पहल की गई है. इसके लिए प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित कर मतदाताओं को बुलाने का अभियान चलाया जा रहा है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रसासन ने ये अनूठी पहल शुरु की है.


यह पहल कलेक्टर के निर्देशन में जिला पंचायत की सीईओ नीतू माथुर ने की है. उन्होंने टीकमगढ़ जिले से बाहर पलायन कर गए तकरीबन 12 हजार मजदूरों को वापस बुलाने के लिए एक स्पेशल चुनाव पलायन कण्ट्रोल रूम स्थापित किया. यहां से सभी मजदूरों के एजेंट ओर ठेकेदारों को फोन लगाकर सम्पर्क किया जाता है, इसमें सरकारी कर्मचारियो को मजदूरों को फोन लगाने के लिए बैठाया गया है. लोकतंत्र के महाकुंभ को सफल बनाने की यह ऐतिहासिक पहल है.

कंट्रोल रूम


जिला पंचायत सीईओ ने ईटीवी भारत को बताया कि हमने जिले के तकरीबन 11 हजार 500 मजदूरों का पहले डाटा तैयार किया. साथ ही उनसे संपर्क करने के लिए उनके एजेंट ओर ठेकेदारों के नम्बर इकट्ठे किये. अब उनसे संपर्क करके बताया जा रहा है कि यदि तुमने 6 मई को टीकमगढ़ जिले के मजदूरों को मतदान करने नहीं भेजा तो तुम पर कार्रवाई की जाएगी.


वहीं जिन मजदूरों के फोन नम्बर हैं, उनसे लगातार बातचीत की जा रही है और उनसे मतदान के दिन 6 मई को वापस आने का बोला जा रहा है. खास बात ये है कि सैंकड़ों मजदूरों ने वापस आकर मतदान करने की बात कही भी है. पलायन कर चुके जो भी मजदूर अपने परिवार सहित दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, ग्वालियर, मुम्बई और इसके अलावा राज्यों गए हैं. उनको भी मतदान के दिन आने के लिए बुलाया जा रहा है. इसके लिए जिला पंचायत के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि मजदूरों की तरफ से भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

Intro:एंकर इन्ट्रो / टीकमगढ़ जिले में पलायन कर गए हजारो मतदाताओ को मतदान के दिन बापिस बुलाने की अनोखी पहल कंट्रोल रूम स्थापित कर बुलाने का अभियान जारी

जिला पंचायत सी ई ओ नीतू माथुर ने etv भारत से स्पेसल बातचीत कर बताया सबसे पहिले


Body:one 2 one 01 नीतू माथुर जिला पंचायत सी ई ओ टीकमगढ़


वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदान का प्रतिसत बढ़ाने के लिए जिला प्रसासन ने एक अनोखी ओर अनूठी पहल की है जो सायद मध्यप्रदेश की पहली पहल होगी और यह पहल कलेक्टर के निर्देशन में जिला पंचायत की दी ई ओ नीतू माथुर ने की है इन्होंने टीकमगढ़ जिले से बाहर पलायन कर गए तकरिवान 12000 मजदूरों को बापिस बुलाने के लिए एक स्पेशल चुनाव पलायन कण्ट्रोल रूम स्थापित किया गया और यहां से सभी मजदूरों के एजेंट ओर ठेकेदारों को फोन लगाकर सम्पर्क किया जाता है इसमें सरकारी कर्मचारियो को मजदूरों को फोन लगाने के लिए बैठाया गया है लोकतंत्र के महाकुम्भ को सफल बनाने की यह ऐतिहासिक पहल है समुंचे मध्यप्रदेश की जिससे ओर लोग सिख ले रहे है और मतदाता भी अपने मत की कीमत समझ रहे है


Conclusion:टीकमगढ़ जिला पंचायत सी ई ओ ने etv भारत को बताया कि हमने जिले के तकरिवान 11500 मजदूरों का पहिले डाटा बनबाया फिर उनके नम्बर ओर उनके एजेंट ओर ठेकेदारों के नम्बर इकट्ठे किये और उनको फोन लगाकर बताया जा रहा है कि यदि तुमने 6 मई को टीकमगढ़ जिले के मजदूरों को मतदान करने नही भेजा तो तुमपर कार्यवाही होगी
वही जिन मजदूरों के फोन नम्बर है उनसे सतत बातचीत चित जारी है और उनसे मतदान के दिन 6 मई को आने का बोला जा रहा है और उनको मतदान के लिए आमंत्रित किया जा रहा सम्मानजनक तरीके से ओर सेकड़ो मजदूरों ने आने का बोला भी है

पलायन कर चुके जो भी मजदूर अपने परिवार सहित दिल्ली हरियाणा पंजाब ग्वालियर मुम्बई ओर इसके अलावा राज्यो में उनको भी मतदान के दिन आने के लिए जनपद पंचायत बार जिला पंचायत के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है और यह लोग उनको बुलाने में जुटे हुए है !
टीकमगढ़ ज़िले से जो भी 11500 मजदूर बाहर पलायन कर गए है उनमें प्रधानमंत्री आवास के हितग्राही भी शामिल है और बाकी के रोजगार गारंटी योजना के मजदूर जिनको बुलाने के प्रयास जारी है और जिला पंचायत सी ई ओ का कहना रहा कि मजदूरों से बात करने पर अच्छा रिपोन्स भी मिल रहा है और उम्मीद है कि सभी मजदूर बापिस आएंगे
टीकमगढ़ जिला पंचायत में जो पलायन कर गए मजदूरों को बापिस बुलाने का कंट्रोल रूम बनाया गया है जो 24 घण्टे चालू रहता है जो जिला प्रसासन की अनोखी पहल है
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