टीकमगढ़। जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां निवाड़ी महिला थाना प्रभारी की सूझबूझ से एक नाबालिग बच्ची का बाल-विवाह होने से बच गया. निवाड़ी पुलिस अधीक्षक महोदय अंकित जयसवाल की निर्देशन और पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह डावर के मार्गदर्शन में ये काम किया गया. पुलिस ने नाबालिग बच्ची के परिवार वालों को बाल विवाह के गुण और दोष बताकर उनकी काउंसिलिंग की, इसके बाद बच्ची के माता-पिता ने बच्ची की शादी के लिए मना किया.
बाल विवाह को पुलिस ने रुकवाया: महिला थाना निवाड़ी को एक व्यक्ति से सूचना मिली की वार्ड नंबर 1 में एक 16 साल की लड़की की शादी 6 मई को करवाई जा रही है. जानकारी मिलते ही पुलिस बच्ची के घर पहुंची और जिस लड़के से उसकी शादी हो रही थी, उसकी पूरी जानकारी निकालकर मऊरानीपुर में स्थित बच्ची के होने वाले ससुराल पहुंचकर उन्हें महिला थाना निवाड़ी पेश होने को कहा गया. इसके बाद दोनों पक्षों को और शादी करने वाले दोनों बच्चों को थाने बुलाया.
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परिजनों को दी गई काउंसलिंग: दोनों परिवार वालों को एक साथ बैठाकर उन्हें बाल विवाह न करने के संबंध में और बाल विवाह से होने वाले कुप्रभावों के बारे में जानकारी दी. दोनों परिवार वालों की काउंसिलिंग की गई. साथ ही बाल विवाह करने पर क्या कानूनी कार्रवाई हो सकती है. उसके बारे में बताकर उनकी काउंसिलिंग की. इसके बाद बच्ची के पिता और परिजनों ने आश्वासन दिलाया कि वह अपनी बच्ची की शादी 6 मई को नहीं करेंगे. जब तक बच्ची बालिग नहीं हो जाती, तब तक वे अपनी बच्ची की शादी करने की नहीं सोचेंगे.