टीकमगढ़। जिले में 400 साल पुराने राम राजा सरकार मंदिर का दरबार है. राम राजा सरकार मंदिर के दरबार में कोई भी श्रद्धालु किसी भी समय आ जाए वो कभी भूखा नहीं जाता. दरबार में आने वाले हर श्रद्धालु के खाने का प्रबंध हो ही जाता है.
बताया जाता है कि करीब 200 साल पहले दो साधु आधी रात को ओरछा आए थे. ओरछा आने के बाद दोनो साधु भूख से तड़पने लगे. अचानक ही दो युवक साधुओं के पास आए और उनकी हालत देखकर खाने का प्रबंध करने चले गए. दोनों साधुओं के खाने का इंतजाम करने के लिए उन्होंने एक दुकानदार को अपनी एक सोने के अंगूठी दी थी. जब सुबह वहीं के मंदिर में पुजारी पूजा करने पहुंचे तो राम जी की प्रतिमा की सोने की अंगूठी गायब थी. अंगूठी के गायब होने का पता चलने पर दुकानदार पुजारी के पास अंगूठी के साथ पहुंचकर रात की पूरी घटना बताता है.
इस घटना के बाद से यह कहानी प्रचलित है. तब से ओरछा में कोई भूखा नहीं सोता. आज भी मंदिर प्रबंधन रोज रात में लगभग 200-300 लोगों को निशुल्क भोजन कराता है.