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किसानों की फसल रहेगी सुरक्षित, मेक्सिकन बीटल से नष्ट होगी गाजर घास

किसानों की फसलों को सुरक्षित रखने के लिए कृषि अनुसंधान केंद्र टीकमगढ़ ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत अमेरिका से मेक्सिकन बीटल मंगवाए है. जो बिना फसल को नुकसान पहुंचाए गाजर घास नष्ट कर देंगे.

मेक्सिकन बीटल से नष्ट होगी गाजर घास
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Published : Aug 26, 2019, 10:14 PM IST

टीकमगढ़। किसानों को गाजर घास से निजात दिलाने के लिए कृषि अनुसंधान केंद्र टीकमगढ़ द्वारा अनोखा तरीका खोजा गया है, जिसके लिए अमेरिका से मेक्सिकन बीटल मंगवाए जा रहे हैं. जो जो बिना फसल को नुकसान पहुंचाए गाजर घास नष्ट कर देंगे.

मेक्सिकन बीटल से नष्ट होगी गाजर घास

गाजर घास फसलों को अंदर से नष्ट कर देती है. जिससे किसान हर साल परेशान रहते हैं. कृषि वैज्ञानिकों द्वारा गाजर घास को खत्म करने के लिए कई शोध किए जा चुके हैं पर सभी प्रयास फेल हो गए. हाल ही में कृषि अनुसंधान केंद्र में किए गए शोध में मेक्सिकन बीटल द्वारा गाजर घास नष्ट करने का प्रयास सफल हुआ है. मेक्सिकन बीटल नाम का कीड़ा सिर्फ चार माह का होता है. ये सिर्फ गाजर घास ही खाता है और किसी भी प्रकार के पेड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता है.

पायलेट प्रोजेक्ट के तहत अनुसंधान केंद्र द्वारा 500 नर और 500 मादा कीड़े उन्नत भारत तकनीकी योजना के अंर्तगत मंगवाए जा रहे है, जो गाजर घास में छोड़ने पर उसको जड़ से ख़त्म कर देंगे. टीकमगढ़ जिले के प्रत्येक गांव में 100 नर और 100 मादा बीटल किसानों को पालने के लिए निशुल्क दिए जाएंगे.

टीकमगढ़। किसानों को गाजर घास से निजात दिलाने के लिए कृषि अनुसंधान केंद्र टीकमगढ़ द्वारा अनोखा तरीका खोजा गया है, जिसके लिए अमेरिका से मेक्सिकन बीटल मंगवाए जा रहे हैं. जो जो बिना फसल को नुकसान पहुंचाए गाजर घास नष्ट कर देंगे.

मेक्सिकन बीटल से नष्ट होगी गाजर घास

गाजर घास फसलों को अंदर से नष्ट कर देती है. जिससे किसान हर साल परेशान रहते हैं. कृषि वैज्ञानिकों द्वारा गाजर घास को खत्म करने के लिए कई शोध किए जा चुके हैं पर सभी प्रयास फेल हो गए. हाल ही में कृषि अनुसंधान केंद्र में किए गए शोध में मेक्सिकन बीटल द्वारा गाजर घास नष्ट करने का प्रयास सफल हुआ है. मेक्सिकन बीटल नाम का कीड़ा सिर्फ चार माह का होता है. ये सिर्फ गाजर घास ही खाता है और किसी भी प्रकार के पेड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता है.

पायलेट प्रोजेक्ट के तहत अनुसंधान केंद्र द्वारा 500 नर और 500 मादा कीड़े उन्नत भारत तकनीकी योजना के अंर्तगत मंगवाए जा रहे है, जो गाजर घास में छोड़ने पर उसको जड़ से ख़त्म कर देंगे. टीकमगढ़ जिले के प्रत्येक गांव में 100 नर और 100 मादा बीटल किसानों को पालने के लिए निशुल्क दिए जाएंगे.

Intro:एंकर इंट्रो / बुन्देलखण्ड के लाखों किसानों को अब कृषि अनुसंधान केंद्र टीकमगढ़ द्वारा गाजर घास से निजात दिलाने के लिए अमेरिकन मेक्सिको से बुलाये जा रहे बीटल कीड़े जो गाजर घास का करेंगे खात्मा अभी तक इसका नही था कोई इलाज


Body:वाइट् /01 डॉक्टर महेंद्र नायक कीट बैज्ञानिक कृषि अनुसंधान केंद्र टीकमगढ़


वॉइस ओवर / टीकमगढ़ जिले सहित पूरे बुन्देलखण्ड के लाखों की किसानों की फसलों को दीमक की तरह खाती है गाजर घास जिससे किसान मेहनत करने के वाद भी उसकी उन्नत फसल की पैदावार नही हो पाती थी जिसका प्रमुख कारण है गाजर घास यह काफी बेशर्म घास होती है !जो जमीन में बहुत जल्दी पैदा होती है बगैर पानी जो इंसानों के लिए भी हानिकारक होती है और फसलों को यह खेतो में बिल्कुल नही बढ़ने देती जमीन में जी भी पोषक तत्व होते है यह घास उसको काफी दूरी से चूसती है !जिससे खेतो में लगी फसलों को जमीन से मिलने बाले पोषकतत्व नही मिलने से फसले काफी कमजोर और उनका दाना काफी छोटा होता है !जिसको लेकर काफी शोध हुए की गाजर घास को कैसे खत्म किया जावे जिससे फसले अच्छी हो सके और इसकेलिए गाजर घास को जमीन से उखाड़ने का अभियान चला लेकिन वह फिर जमीन में पैदा हो जाती थी जिससे किसान और कृषि बैज्ञानिक काफी परेसान हुए क्योकि उन्नत किस्म की फसलों को भी गाजर घास पिट देती थी और किसान के हाथ फसल पकने पर निराशा ही हाथ लगती थी जिसको लेकर कृषि अनुसंधान केंद्र द्वारा शोध किये गए और गाजर घास को पूर्णतः नष्ट करने के लिए अमेरिकन मेक्सिको में बीटल नाम के कीड़े की खोज की गई और टीकमगढ़ जिले के कृषि अनुसंधान केंद्र में पहिले 500 नर ओर 500 मादा कीड़े बुलाये जा रहे है जो गाजर घास में छोड़ने पर यह उसको जड़ से ख़त्म कर देते है !और इस कीड़े की उम्र सिर्फ 4 माह की होती है !,जो सिर्फ गाजर घास ही खाता है और किसी भी प्रकार के पेड़ों को यह नुकसान नही पहुंचाता है !टीकमगढ़ जिले सहित समुंचे बुन्देलखण्ड के किसान गाजर घास से काफी परेसान हो चुके थे और कई किसानों ने तो इसके चलते खेती करना ही बन्द करदिया था लेकिन उनको अब बीटल नामक कीड़ा खुसिया लेकर आएगा गाजर घास का बीज इतना मजबूत होता है कि यदि कोई जानवर इसको खा ले तो यह जनबरो के पेट मे साबित रहता है और टॉयलेट की रास्ते से बाहर आजाता है और फिर जमीन में पैदा होजाता है जो काफी बेशर्म होता है !इसको खत्म करने के लिए अभी तक कोई भी खरपतवार नाशक दवा भी नही बनी इसका एक ही उपचार है बीटल कीड़ा गाजर घास के बीज जहाँ भी जमते है वह तकरिवन 12 साल तक स्थायी होकर अपना घर बना लेते है और किसानो की फसलों को नुकसान पहुंचाते रहते है


Conclusion:टीकमगढ़ जिले में यह कीड़े किसानों को पालने के लिए निषुल्क दिए जावेंगे प्रत्येक गांव में 100 नर और 100 मादा बीटल कीड़े दिए जावेंगे जिससे प्रजनन के द्वारा इन कीड़ो की संख्या बड़ाई भी जा सकती है !लेकिन अभी अगले माह में जो कीड़े अमेरिकन मेक्सिको से बुलाये जा रहे है !उनमें कृषि अनुसंधान केंद्र द्वारा जो 5 गांव , कुंडेश्वर, अस्तोत्र, करमाई, मंडूमर, ओर गणेशगंज में किसानों के खेतों में छोड़े जावेंगे पायलेट प्रोजेक्ट के तहत यह कीड़े उन्नत भारत तकनीकी योजना के तहत मंगवाए जा रहे है जो जल्द ही टीकमगढ़ अनुसंधान केंद्र में पहुंचे गे ओर यह कीड़े बुन्देलखण्ड के सभी जिलो के गांवों में छोड़े जावेंगे किसानों को निषुल्क वितरित कर
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