टीकमगढ़। कोरोना महामारी के खात्मे के लिए विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया गया. इस अभियान में जिले का सबसे पहला टीका मलेरिया कर्मचारी को लगाया गया. इसके बाद डॉक्टरों को टीकाकरण किया गया. जिले में अभी तक 40 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया. पोर्टल पर दर्ज अधिकांश लोग सुबह से टीकाकरण करवाने नहीं पहुंचे. कोरोना टीकाकरण अभियान 2 घंटे देरी से शुरू हो सका.
कोरोना से 40 लोग गवां चुके है जान
कोरोना महामारी से जिले के बुरे हालात थे. लोगों को इस संक्रमण से बचने के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करना पड़ा. लोगों को लॉकडाउन के दौरान घरों में रहकर अपने आप को बचाने की जद्दोजहद करना पड़ी, लेकिन फिर भी जिले में कोरोना से 40 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. जिले में 1200 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए. कोरोना से जिले में दहशत का महौल बन गया था. कोरोना का टीका आने से लोगों में डर कम हुआ है.
100 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया
कोरोना वैक्सीन आने से लोग खुश हैं. शहर की जनता ने टीकाकरण अभियान को देखकर चैन की सांस ली. टीकाकरण अभियान में सबसे पहला टीका फ्रंट लाइन मलेरिया कर्मचारी अफजल खान को लगाया गया. इसके बाद टीके स्वास्थ्य कार्यकर्ता और डॉक्टरों को लगाए गए. जिले में एक दिन पहले पोर्टल पर 100 लोगों के रजिस्ट्रेशन करवाया. सभी को एसएमएस के माध्यम से टीका लगाने की सुचना दी गई. सुचना के बाद भी लोग देरी से पहुंचे. देरी से पहुंचने के कारण टीकाकरण 2 घंटे देरी से शुरू हुआ. पहले दिन 40 लोगों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 12 डॉक्टर और 28 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया. टीकाकरण के लिए 12 लोगों की टीम बनाई गई है.
10 प्रतिशत डोज आरक्षित
जिले में 80010 डोज मिले हैं, जिसमें से 10 प्रतिशत डोज स्वास्थ्य कर्मियों के लिए रिजर्व रखे गए हैं. पहले चरण में 3600 लोगों को डोज दिया जाना है. दूसरा डोज 28 दिन बाद लगवाया जाएगा.