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टीकमगढ़ के चीतल ओरछा के सेंचुरी की बढ़ाएंगे शोभा, बोमा पद्धति से होगी शिफ्टिंग - 100 Cheetals

टीकमगढ़ जिले में बहुत ही जल्द चीतलों को बोमा पद्धति से पकड़कर ओरछा के जंगलों में छोड़ा आएगा. जिसके लिए मध्यप्रदेश वन विभाग से परमिशन मिल गया है.

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चीतल ओरछा के सेंचुरी की बढ़ाएंगे शोभा
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Published : Dec 8, 2019, 11:36 PM IST

Updated : Dec 9, 2019, 1:24 AM IST

टीकमगढ़। जिले में बहुत ही जल्द चीतलों को पकड़कर निवाड़ी जिले के ओरछा के जंगलों में छोड़ा जाएगा, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को प्रभावित करेंगे. ओरछा में जंगल और सेंचुरी तो है, लेकिन वहां कोई जानवर नहीं है, जिससे ओरछा की सेंचुरी नुमाइश बनी हुई है. इसलिए 100 चीतलों को पकड़कर ओरछा की सेंचुरी में शिफ्ट किया जाएगा.

चीतल ओरछा के सेंचुरी की बढ़ाएंगे शोभा

चीतल बने जंगल की शोभा
जिले के कुंडेश्वर के खेराई जंगल में 300 से अधिक चीतल हैं, जो रंग-बिरंगे है. ये सभी चीतल करीब 500 एकड़ के जंगल में घूमते रहते हैं. ये सभी चीतल जंगल की शोभा बने हुए है. वहीं वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जंगल में चीतलों की संख्या ज्यादा होने के कारण उनको ओरछा के जंगलों में शिफ्टिंग की तैयारी की जा रही है.

चीतलों की शिफ्टिंग की प्लानिंग
छतरपुर के मुख्य वन संरक्षक आरपी राय ने टीकमगढ़ जिले के कुंडेश्वर के खेराई जंगल का मुआयना किया. जिसमें उनके साथ जिले के डीएफओ केपीएस सेंगर सहित तमाम वन विभाग के अमले ने निरीक्षण कर जंगल का भ्रमण किया और चीतलों को यहां से ले जाने की प्लानिंग की.

बोमा पद्धति से होगा चीतलों की शिफ्टिंग
वन संरक्षक आर पी राय ने बताया कि टीकमगढ़ के जंगल से चीतलों को ओरछा के जंगल में शिफ्ट करने के लिए मध्यप्रदेश फॉरेस्ट विभाग से इजाजत मिल गई है. जल्द ही 100 चीतलों को बोमा पद्धति से पकड़ा जाएगा. जिसमें एक जगह पर चीतलों को चारा-दाना डालकर पकड़ा जाता है, और लगातार एक महीने तक उनको 50 एकड़ जंगल में फेंसिंग कर चारा दिया जाएग. जिसमें 10-10 चीतलों को पकड़कर ओरछा ले जाया जाएगा.

टीकमगढ़। जिले में बहुत ही जल्द चीतलों को पकड़कर निवाड़ी जिले के ओरछा के जंगलों में छोड़ा जाएगा, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को प्रभावित करेंगे. ओरछा में जंगल और सेंचुरी तो है, लेकिन वहां कोई जानवर नहीं है, जिससे ओरछा की सेंचुरी नुमाइश बनी हुई है. इसलिए 100 चीतलों को पकड़कर ओरछा की सेंचुरी में शिफ्ट किया जाएगा.

चीतल ओरछा के सेंचुरी की बढ़ाएंगे शोभा

चीतल बने जंगल की शोभा
जिले के कुंडेश्वर के खेराई जंगल में 300 से अधिक चीतल हैं, जो रंग-बिरंगे है. ये सभी चीतल करीब 500 एकड़ के जंगल में घूमते रहते हैं. ये सभी चीतल जंगल की शोभा बने हुए है. वहीं वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जंगल में चीतलों की संख्या ज्यादा होने के कारण उनको ओरछा के जंगलों में शिफ्टिंग की तैयारी की जा रही है.

चीतलों की शिफ्टिंग की प्लानिंग
छतरपुर के मुख्य वन संरक्षक आरपी राय ने टीकमगढ़ जिले के कुंडेश्वर के खेराई जंगल का मुआयना किया. जिसमें उनके साथ जिले के डीएफओ केपीएस सेंगर सहित तमाम वन विभाग के अमले ने निरीक्षण कर जंगल का भ्रमण किया और चीतलों को यहां से ले जाने की प्लानिंग की.

बोमा पद्धति से होगा चीतलों की शिफ्टिंग
वन संरक्षक आर पी राय ने बताया कि टीकमगढ़ के जंगल से चीतलों को ओरछा के जंगल में शिफ्ट करने के लिए मध्यप्रदेश फॉरेस्ट विभाग से इजाजत मिल गई है. जल्द ही 100 चीतलों को बोमा पद्धति से पकड़ा जाएगा. जिसमें एक जगह पर चीतलों को चारा-दाना डालकर पकड़ा जाता है, और लगातार एक महीने तक उनको 50 एकड़ जंगल में फेंसिंग कर चारा दिया जाएग. जिसमें 10-10 चीतलों को पकड़कर ओरछा ले जाया जाएगा.

Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ़ जिले के जंगलों के चीतल ओरछा के जंगलों की जल्द ही बनेगे सोभा ओर यहां से 100 चीतलो को पकड़कर ओरछा की सेंचुरी में शिफ्ट किया जावेगा


Body:वाइट/ 01 आर पी राय, मुखय वन संरक्षक छतरपुर

वाईट /02 आर पी रॉय ,मुख्यवन संरक्षक छतरपुर

वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले से बहुत ही जल्द चीतलों को पकड़कर निवाडी जिले के ओरछा के जंगलों में छोड़ा जावेगा जो देश विदेश से आने बाले पर्यटको को प्रभावित करेंगे ओरछा में जंगल और सेंचुरी तो है !मगर वहा पर कोई जानवर नही है !जिससे ओरछा की सेंचुरी नुमाइश बनी हुई है !टीकमगढ़ जिले के कुंडेश्वर के खेराई जंगल मे 300 से ऊपर चीतल है !जो रंग विरंगे है !जिसे देखकर लोगो का मन प्रभुल्लित होने लगता है !यह सभी चीतल करीब 500 एकड़ के जंगल मे बिचरण करते है !इस जंगल मे चारो ओर नदिया है !जिससे यह पानी की जगह पर ज्यादा निवास करते है !और यह जंगल मे भी पानी बाली जगह पर ज्यादा देखे जाते है !यह चीतल इस जंगल की एक सोभा बने है !,ओर इनके जंगल मे बिचरण करने से जंगल मे बहुत ही अच्छा लगता है !लेकिन वन बिभाग के अधिकारिओ का कहना रहा कि
जंगल मे चीतलों की मात्रा ज्यादा होने पर उनको ओरछा के जंगलों में शिफ्टिंग की तैयारी की जा रही है !जिसको लेकर आज छतरपुर वृत के मुख्य वन रक्षक आर पी राय ने टीकमगढ़ जिले के कुंडेश्वर के खेराई जंगल का मुआयना किया जिसमें उनके साथ टीकमगढ़ डि एफ़ ओ के पी एस सेंगर सहित तमाम बन बिभाग के अमले ने निरीक्षण कर जंगल का भ्रमण किया और चीतलों को यहां से लेजाने की प्लानिग की गई


Conclusion:टीकमगढ़ आये मुख्य वन संरक्षक आर पी राय ने बताया कि टीकमगढ़ के जंगल से चीतलों को ओरछा के जंगल मे शिफ्ट करने के लिए मध्यप्रदेश फोरिस्ट बिभाग से परमिशन मिल गई है !और जल्द ही 100 चीतलों को बोमा पद्धति से इन सभी को वारी वारी से पकड़ा जावेगा जिसमें एक स्थान पर चीतलों को चारा दाना डालकर लपकाया जावेगा ओर लगातार एक महीने तक उनको एक 50 एकड़ जंगल मे फेंसिंग कर चारा दिया जावेगा ओर दस दस चीतलों को पकड़कर ओरछा ले जाया जावेगा इनको एक साथ नही पकड़ा जावेगा ओर यदि चीतल पकड़ने का अभियान सफल रहा तो फिर सभी 100 चीतलों को बारी बारी से पकड़कर शिफ्ट किया जावेगा वही उनसे जब पूंछा गया कि यहां के चीतलों को ओरछा भेजने से यहां पर जंगलों की सुंदरता कम होगी तो सी सी एफ़ का कहना रहा कि यह प्रजाति बहुत ही जल्द बढ़ती है !जिससे इनकी जनसंख्या कम समय में बृद्धि करती है !जो 100 चीतल पकड़े जावेंगे वह जल्द ही प्रज्जन के दौरान इनकी संख्या बढ़ जावेगी आज वन बिभाग के अधिकारियों ने जंगल का निरीक्षण कर चीतलों को पकड़ने ने प्लानिग की गई इस दौरान, आर पी राय, मुख्य वन संरक्षक ब्रत छतरपुर,के पी एस सेंगर d f o टीकमगढ़ सहित बन बिभाग का स्टाफ मोजूद रहा
Last Updated : Dec 9, 2019, 1:24 AM IST
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