टीकमगढ़। कोविड-19 के कारण दुनियाभर के लोग तरह तरह की परेशानियों के दौर से गुजर रहे हैं. भारत में कई जगहों पर कोरोना वायरस के मामले थमने की बजाय हर रोज बढ़ रहे हैं. इसी कड़ी में टीकमगढ़ के लमेरा गांव को जिला प्रशासन ने कोरोना के एक मरीज मिलने पर कंटेन्मेंट घोषित कर दिया है और लोगों को बाहर निकलने की मनाही की जा रही है.
जिला प्रशासन पीपीई किट पहनकर गांव में लोगों को राशन, किराना, दूध और आटा भिजवा रहे हैं. जिससे लोगों को कोई परेशानी न हो. जिन ग्रामीणों के यहां टॉयलेट नहीं है, उन लोगों के यहां अस्थाई टॉयलेट रखवाए गए हैं, ताकि लोगों को गांव से बाहर जाना न पड़े. लमेरा गांव में 65 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही 9 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं, जो पूरे गांव के बॉर्डर पर तीन ओर से नजर रखेगी. गांव के अधिकांश लोगों की स्कैनिंग की जा चुकी है. जिन ग्रामीणों को सर्दी, खांसी के मरीज चिह्नित किया जाता है, उनको गांव के बाहर बल्देवगढ़ में होम क्वारेटाइन करवाया जाता है.
जिले में पहले कोई भी कोरोन का मरीज नहीं था, लेकिन लमेरा गांव का संतोष शुक्ला जो इंदौर में डॉक्टर पंजवानी के यहां कम्पाउंडर था और ये 28 मार्च को लमेरा गांव आया था और इसने अपने आप को छिपा रखा था, लेकिन पुलिस ने इसकी जांच करवाकर इसको गांव में इसके घर पर ही इसको होम क्वारेटाइन किया है और सैंपल लेकर जांच भोपाल लैब भेज दी है.