टीकमगढ़। बुंदेलखंड की आस्था का केंद्र माने जाने वाले टीकमगढ़ जिले के शिवधाम कुंडेश्वर में पुष्य नक्षत्र पर आस्था का मेला लगा रहा. पुष्य नक्षत्र के अवसर पर मंदिर में हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना शुरू हो गया था. लोगों ने नदी में स्नान कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर बिल्वपत्र चढ़ाकर भगवान की पूजा-अर्चना की. माना जाता है कि यह एक पंचमुखी चमत्कारिक शिवलिंग है, जो सबकी मनोकामनाएं पूरी करता है.
सुबह से ही ग्रामीण इलाकों से लोगों की मंडलियां गीत गाते हुए अपने-अपने गांवों से मन्दिर तक पैदल आए और नदी में स्नान कर भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की. वहीं महिलाएं मन्दिर में गीत गाकर भोलेनाथ की भक्ति में मग्न दिखीं. बताया जाता है कि जैसे अयोध्या और ओरछा में पुष्य नक्षत्र का महत्व होता है, वैसे ही बड़ी धूमधाम के साथ कुंडेश्वर मन्दिर में भी पुष्य नक्षत्र पर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-अर्चना की जाती है. माना जाता है इस दिन जलाभिषेक और भोलेनाथ की पूजा करने पर सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, साथ ही अगर इस किसी भी नए कार्य की शुरुआत यहां से की जाए, तो वो सफल होती है.