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फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की मनाई गई 111वीं जयंती, दिव्यांगों ने दी शानदार प्रस्तुति

टीकमगढ़ में आज बुंदेलखंड के गांधी कहे जाने वाले फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती मनाई गई. इस दौरान उनकी समाधि स्थल पर स्मृति प्रसंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

freedom fighter chatarbhuj pathak 111th birth anniversary in tikamgrah
मनाई गई फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती
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Published : Jan 1, 2020, 9:19 PM IST

Updated : Jan 1, 2020, 9:52 PM IST

टीकमगढ़। आज जिले में बुन्देलखंड के गांधी कहे जाने वाले व फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती मनाई गई. चतुर्भुज पाठक की समाधि स्थल कुंडेश्वर रोड पर कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें याद किया गया. ये आयोजन स्वराज संस्थान भोपाल ने किया था.

freedom fighter chatarbhuj pathak 111th birth anniversary in tikamgrah
मनाई गई फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती

महात्मा गांधी का दिया साथ

यहां आए लोगों ने फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक के बारे में बतया कि, वे देश के लिए कई बार जेल गए. उन्होंने अंग्रेजों से निपटने के लिए तमाम रणनीतियां बनाई थीं. इसके अलावा उन्होंने महात्मा गांधी और विनोभा भावे के साथ देश की आजादी की लड़ाई लड़ी थी. चंबल और बुन्देलखण्ड में कई खूंखार डाकुओं से समर्पण भी करवाया था. इसके अलावा उन्होंने भूदान आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी.

फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन

कई आंदोलनों में निभाई सक्रिय भूमिका

फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक ने अमर शहीद नारायण दास के साथ झंडा सत्याग्रह किया था. 1937 में उन्होंने विधवा विवाह को लेकर आन्दोलन चलाया था. क्रांतिकारी चतुर्भुज पाठक ने 1946 में अंग्रेजों से गोरिल्ला युद्ध करके अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे. हालांकि उसके कुछ ही समय बाद फिर उनको जेल जाना पड़ा. देश को आजाद कराने लिए इनके योगदान को देखते हुए लोग इन्हें बुन्देलखण्ड का गांधी कहते हैं.

स्मृति प्रसंग के जरिए किया याद

क्रांतिकारी चतुर्भुज पाठक की जयंती उनके परिवार के ही लोग मानाते थे. लेकिन इस साल पहली बार मध्यप्रदेश शासन ने स्मृति प्रसंग का आयोजन कर उन्हें याद किया. इस दौरान काव्यमाला का आयोजन किया गया. जिसमें साहित्यकारों और दिव्यांग बच्चों ने प्रस्तुतियां दीं.

फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक का जन्म 1 जनबरी 1909 में टीकमगढ़ में हुआ था. इन्होंने 1937 में शासकीय सेवा से इस्तीफा देकर देश की आजादी की लड़ाई में पूरा जीवन लगा दिया.

टीकमगढ़। आज जिले में बुन्देलखंड के गांधी कहे जाने वाले व फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती मनाई गई. चतुर्भुज पाठक की समाधि स्थल कुंडेश्वर रोड पर कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें याद किया गया. ये आयोजन स्वराज संस्थान भोपाल ने किया था.

freedom fighter chatarbhuj pathak 111th birth anniversary in tikamgrah
मनाई गई फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती

महात्मा गांधी का दिया साथ

यहां आए लोगों ने फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक के बारे में बतया कि, वे देश के लिए कई बार जेल गए. उन्होंने अंग्रेजों से निपटने के लिए तमाम रणनीतियां बनाई थीं. इसके अलावा उन्होंने महात्मा गांधी और विनोभा भावे के साथ देश की आजादी की लड़ाई लड़ी थी. चंबल और बुन्देलखण्ड में कई खूंखार डाकुओं से समर्पण भी करवाया था. इसके अलावा उन्होंने भूदान आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी.

फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक की 111वीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन

कई आंदोलनों में निभाई सक्रिय भूमिका

फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक ने अमर शहीद नारायण दास के साथ झंडा सत्याग्रह किया था. 1937 में उन्होंने विधवा विवाह को लेकर आन्दोलन चलाया था. क्रांतिकारी चतुर्भुज पाठक ने 1946 में अंग्रेजों से गोरिल्ला युद्ध करके अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे. हालांकि उसके कुछ ही समय बाद फिर उनको जेल जाना पड़ा. देश को आजाद कराने लिए इनके योगदान को देखते हुए लोग इन्हें बुन्देलखण्ड का गांधी कहते हैं.

स्मृति प्रसंग के जरिए किया याद

क्रांतिकारी चतुर्भुज पाठक की जयंती उनके परिवार के ही लोग मानाते थे. लेकिन इस साल पहली बार मध्यप्रदेश शासन ने स्मृति प्रसंग का आयोजन कर उन्हें याद किया. इस दौरान काव्यमाला का आयोजन किया गया. जिसमें साहित्यकारों और दिव्यांग बच्चों ने प्रस्तुतियां दीं.

फ्रीडम फाइटर चतुर्भुज पाठक का जन्म 1 जनबरी 1909 में टीकमगढ़ में हुआ था. इन्होंने 1937 में शासकीय सेवा से इस्तीफा देकर देश की आजादी की लड़ाई में पूरा जीवन लगा दिया.

Intro:एंकर इंट्रो /टीकमगढ़ जिले मेंआज सर्वोदयी नेता फ्रीडम फाइटर बुन्देलखण्ड के गांधी कहे जाने बाले स्वर्गीय चतुर्भुज पाठक की 111वी जयंती मनाई गई मध्यप्रदेश शासन द्वारा


Body:वाइट /01 डॉक्टर दुर्गेश दीक्षित बरिष्ठ साहित्यकार कुंडेश्वर

वाईट /02 मनोरमा शर्मा पाठक जी की पुत्री टीकमगढ़

वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले मेंआज बुन्देलखण्ड के गांधी कहे जाने बाले सर्वोदयी नेता और फ्रीडम फाइटर स्वर्गीय चतुर्भुज पाठक जी की 111 स्मृति प्रसंग जयंती मनाई गई उनके समाधि स्थल कुंडेश्वर रोड पर गणेशगंज में ओर यह आयोजन स्वराज संस्थान भोपाल के द्वारा आयोजित किया गया जिसमें लोगो ने पहिले पाठक जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और फिर उनके ब्यक्तिव ओर कृतित्व पर प्रकाश डाला गया पाठक जी सभी का विकास और सभी का उदय चाहते थे जिसकारण वह गांव गांव जा जाकर लोगो को जागरूक करते थे !पाठक जी एक क्रांतिकारी नेता भी रहे जो देश के लिए कई बार जेल गए और उन्होंने अंग्रेजो से निपटने के लिए तमाम रणनीतियां बनाई थी और आप ने महात्मागांधी ओर विनोभा भावे के साथ देश की आजादी के लिए लड़ाइयां लड़ी थी और आपने चंबल ओर बुन्देलखण्ड में डाकुयो का समर्पण करवाया था और भूदान आंदोलन में भाग लेकर टीकमगढ़ जिले में देश की आजादी केलिए भूदान करवाकर टीकमगढ़ जिले को अब्बल बनाया था आपका जन्म 1 जनबरी 1909 में टीकमगढ़ में हुआ था ओर उनका विवाह 1920 में लिधौरा में हुआ था इन्होंने 1937 में शासकीय सेवा से इस्तीफा देकर यह देश की आजादी की लड़ाई में कुंद पड़े थे और पूरा जीवन इन्होने देश सेवा में लगा दिया था


Conclusion:टीकमगढ़ के पाठक जी ने अमर शहीद नारायण दास के साथ झंडा सत्याग्रह किया था जिसमे उनको गिरफ्तार किया गया था 1937 में ओर उन्होंने विधवा विवाह को लेकरआन्दोलन चलाया था कि विधवा बिबाह होना जरूरी है !1946 में गोरिल्ला युद्ध मे अंग्रेजो को चन्डेरा में परास्त किया था लेकिन फिर उनको जेल जाना पड़ा था आपने देश को आजाद करवाने काफी योगदान निभाया था तभी आपको बुन्देलखण्ड का गांधी कहा जाता है देश को आजादी दिलाने के वाद जो भी प्रदेश में सरकार बनी उसमे आप अलग अलग बार मंत्री भी रहे और अब आपकी यह जयंति उनके परिवार के लोग मानाते थे और 35 साल से उनकी समाधि स्थल पर आज आयोजन होते रहे लेकिन आज पहली बार मध्यप्रदेश साशन के द्वारा यह आयोजन स्मृति प्रसंग के रूप में मनाया गया इस दौरान काव्य माला काआयोजन किया गया बरिष्ठ साहित्यकारों द्वारा ओर दिव्यांग बच्चो के द्वारा देश भक्ति गीत गाये गए और उन बच्चो को सम्मानित भी किया इस दौरान अपर कलेक्टर एस के अहिरवार, डिफ्टी कलेक्टर सोरभ मिश्रा,विकास आनन्द ओर तहसीलदार शहीत तामाम लोग मौजूद रहे
Last Updated : Jan 1, 2020, 9:52 PM IST
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