टीकमगढ़। बल्देवगढ़ वनक्षेत्र अंतर्गत चंदुली गांव 15 सालों से वन भूमि पर खेती कर रहे आदिवासियों के अतिक्रमण को वन विभाग ने हटा दिया है. विभाग ने अतिक्रमण हटाने के लिए आग लगा दी. विभाग की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में गुस्सा है.
वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर खेत में लगाई आग, किसान परेशान
टीकमगढ़ में 15 सालों से वन भूमि पर खेती कर रहे आदिवासियों के खेत में अतिक्रमण हटाने के नाम पर वन विभाग ने आग लगा दी, जिससे ग्रामीणों में काफी गुस्सा है.
वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर खेत में लगाई आग
टीकमगढ़। बल्देवगढ़ वनक्षेत्र अंतर्गत चंदुली गांव 15 सालों से वन भूमि पर खेती कर रहे आदिवासियों के अतिक्रमण को वन विभाग ने हटा दिया है. विभाग ने अतिक्रमण हटाने के लिए आग लगा दी. विभाग की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में गुस्सा है.
Intro:खरगापुर- 15 सालो से वन भूमि पर खेती कर रहे आदिवासियों के अतिक्रमण को वन विभाग ने हटाया,विभाग ने अतिक्रमण हटाने बाड़ में लगाई आग, विभाग की कार्यवाई से ग्रामीणों में रोष।बल्देवगढ़ वनक्षेत्र अंतर्गत चंदुली गाव का मामला।Body:ग्रामीणों ने कहा सरकार कहती है की आदिवासियों को ज़मीन का पट्टा दिया जा रहा जिसमें किसी सबूत की जरूरत नहीं होगी। कहा करेगे शिकायत। वन ग्राम चंदुली में अतिक्रमण हटाने पहुंची बनविभाग की टीम ने किसानों की बाड़ में आग लगा दी वहीं खेत में आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची तो बनविभाग ने उसे लौटा दिया बनविभाग ने इसे हाल ही में अतिक्रमण बता रहा है तो आदिवासियों का कहना है कि वह यहां पर 15 सालों से काबिज है आदिवासियों ने इसकी शिकायत करने की बात कही।Conclusion:बता दें कि रेंजर सुचिता मिसराम साथ चंदूली पहुंची आदिवासियों द्वारा वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण को देख उन्होंने उनकी बाड़ में आग लगा दी बनविभाग द्वारा की जा रही इस कार्रवाई का आदिवासियों ने विरोध किया वहीं आदिवासियों ने खेत में आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी कुछ ही समय में फायर ब्रगेड भी मौके पर पहुंच गई लेकिन यहां पर रेंजर ने इसे कार्रवाई बता कर फायर ब्रगेड को वापस भेज दिया।
बाइट- रेंजर, सुचिता मिसराम
बाइट- ग्रामीण,रज्जू आदिवासी
बाइट- रेंजर, सुचिता मिसराम
बाइट- ग्रामीण,रज्जू आदिवासी