ETV Bharat / state

शोपीस बनकर रह गई कलेक्ट्रेट में रखी शिकायत पेटियां, फांक रही हैं धूल - जनसुनवाई

कलेक्ट्रेट में रखी भ्रष्टाचार शिकायत पेटियां धूल फांक रही हैं. जिसे दस सालों से खोला भी नहीं गया है. अधिकारियों ने जनसुनवाई के चलते शिकायत पेटी का उपयोग न करने की बात कही है.

शोपीस बनकर रह गई कलेक्ट्रेट में रखी शिकायत पेटियां
author img

By

Published : Aug 24, 2019, 6:02 PM IST

टीकमगढ़। कलेक्ट्रेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए लगाई गई शिकायत पेटी नुमाइश बनकर रह गई है. परिसर में लगाए गए चार में से तीन पेटियों का कोई पता नहीं है. बची हुई एक पेटी को सालों से खोलकर नहीं देखा गया है.

शोपीस बनकर रह गई कलेक्ट्रेट में रखी शिकायत पेटियां

भ्रष्टाचार की शिकायत लोग कर सके, इसके लिए कलेक्ट्रेट में चार शिकायत पेटियां लगाई गई थी. जिनमें से तीन पेटियां गायब हो चुकी हैं. जिस समय ये पेटी लगाई गई थी तब इसमें भ्रष्टाचार संबंधित खूब शिकायते आती थीं. जबकि हर दिन शाम को इस पेटी को खोलकर शिकायते दूर भी की जाती थी. अब हालत ये हो चुके है, कि कोई भी अधिकारी इसके प्रति गंभीर रुप से ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिसके चलते पिछले दस सालों से शिकायत पेटी को खोला नहीं गया है.
वही शिकायत पेटी को लेकर अधिकारियों का कहना है कि जनसुनवाई के चलते कोई भी इस पेटी का इस्तेमाल नहीं करता है. इसलिए इस पर कोई गंभीर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

टीकमगढ़। कलेक्ट्रेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए लगाई गई शिकायत पेटी नुमाइश बनकर रह गई है. परिसर में लगाए गए चार में से तीन पेटियों का कोई पता नहीं है. बची हुई एक पेटी को सालों से खोलकर नहीं देखा गया है.

शोपीस बनकर रह गई कलेक्ट्रेट में रखी शिकायत पेटियां

भ्रष्टाचार की शिकायत लोग कर सके, इसके लिए कलेक्ट्रेट में चार शिकायत पेटियां लगाई गई थी. जिनमें से तीन पेटियां गायब हो चुकी हैं. जिस समय ये पेटी लगाई गई थी तब इसमें भ्रष्टाचार संबंधित खूब शिकायते आती थीं. जबकि हर दिन शाम को इस पेटी को खोलकर शिकायते दूर भी की जाती थी. अब हालत ये हो चुके है, कि कोई भी अधिकारी इसके प्रति गंभीर रुप से ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिसके चलते पिछले दस सालों से शिकायत पेटी को खोला नहीं गया है.
वही शिकायत पेटी को लेकर अधिकारियों का कहना है कि जनसुनवाई के चलते कोई भी इस पेटी का इस्तेमाल नहीं करता है. इसलिए इस पर कोई गंभीर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

Intro:एंकर इन्ट्रो / टीकमगढ़ जिला कलेक्टर ऑफिस में लगी भ्रस्टाचार शिकायत पेटिका बनी नुमाइश 10 साल पहिले यह पेटिका लगवाई गई थी जिले में भ्रस्टाचार को लेकर


Body:वाइट् /01 कीरत लोधी टीकमगढ़

वाईट /02एस के अहिरवार अपर कलेक्टर टीकमगढ़

वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में भ्रस्टाचार को रोकने के लिए लगाई गई शिकायत पेटिका आज नुमाइश बनकर रह गई है और यह पेटिका अपनी बदहाली पर आँशु वहां रही है !आज से 10 साल पहिले 2009 में यह पेटिका जिला कलेक्टरेट में लगवाई गई थी कि यदि कोई भी व्यक्ति जिले में शासकीय योजनाओं में हो रहे भ्रस्टाचार ओर कलेक्टरेट में अधिकारी और कर्मचारियो द्वार किये जा रहे भ्रस्टाचार की शिकायत करना चाहे ओर यदि वह कलेक्टर से नही मिल सकता तो उनके के लिए यह बेहतर व्यबस्था बनबाई गई थी जिसमे कलेक्ट्रेट में 4 पेटिका लगवाई गई थी जिसमे एक अपर कलेक्टरेट कोर्ट के बाहर ओर दूसरी कलेक्टरेट कोर्ट के बाहर ओर एक पेटिका कलेक्टरेट के मेंन गेट पर ओर चोथी पेटिका कलेक्टरेट में अंदर लगवाई गई थी ओर सभी पेटिका पर लिखा भी गया था कि भ्रस्टाचार सम्बन्धी शिकायते लोग इसमे डाले जिससे पहिले लोगो ने इन पेटिका में खुव शिकायतें डाली और प्रतिदिन शाम के शाम यह पेटिका खोली जाती थी और शिकायतों पर कार्यवाही भी होती थी लेकिन बक्त बदलता गया कलेक्टर बदलते गए सरकार बदलती गई तो फिर अब जिले ने भ्रस्टाचार को लेकर कोई भी अधिकारी सक्रिय नही है जिसको लेकर आज यह भ्रस्टाचार की शिकायत करने बाली पेटिका सिर्फ नुमाइश बनकर रह गई है !जब इन मे शिकायत डालने पर कोई कार्यवाही नही होती और लोगो के द्वारा इन पेटिका में शिक़ायत डालने पर उनको निकाला भी नही जाता तो लोग अब इसमें शिकायते भी नही डालते ओर उन्होंने शिकायते डालना भी बन्द कर दिया जिससे लगता है कि शायद अब टीकमगढ़ जिले में भ्रस्टाचार खत्म होगया या फिर भ्रस्टाचार करने बाले इतने शक्तिशाली होगये की उन्होंने जिले में भ्रस्टाचार की शिकायतें ओर यह पेटिका भी बन्द करवा दी गई है !


Conclusion:टीकमगढ़ कलेक्टरेट में पहिले 4 पेटिका लगी थी लेकिन अब 3 पेटिका गायब हो गई अब सिर्फ एक ही भ्रस्टाचार शिकायत पेटिका लगी कलेक्टर कोर्ट के बाहर वह भी 10 साल से नही खोली गई जो एक तमाशबीन बनकर रह गई है!लोगो का आरोप है कि जिले में लगातार भ्रस्टाचार बढ़ता जा रहा है और यह शिकायत पेटिका बन्द कर दी गई है जिनको फिर से चालू किया जावे तो वही अपर कलेक्टर का कहना रहा कि 10 साल पहिले यह पेटिका लगवाई गई थी लेकिन अब जनसुनबाई में तत्काल लोगो की समस्याओं का निराकरण होता है इसलिए अब इन पेटिकाओ मे शिकायते नही आरही है जिस कारण इन पर धयान नही दिया जाता है !लोगो की सभी समस्याओं का निराकरण जनसुनबाई में जो होता है !और उन्होंने अपना बचाव करते हुए जनसुनबाई का सहारा लिया, etv भारत ने एक महत्पूर्ण खबर दिखाकर अपना फर्ज निभाया ओर एक सजग प्रहरी का परिचय दिया
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.