टीकमगढ़। मध्य प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने का प्रयास कर रही है, लेकिन लापरवाह लोग इसमें पलिता लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं, टीकमगढ़ जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है.
बच्चों को लगाए गए एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन और सलाइन
यहां अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते दो मासूमों को एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन लगाए गए, इसके साथ ही उन्हें जो सलाइन चढ़ाई गई, वो भी एक्सपायरी निकली, जैसे ही इसकी जानकारी मीडिया को मिली, पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया, वहीं टीकमगढ़ कलेक्टर पूरे मामले की जांच कराने की बात कही.
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कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम सौरभ मिश्रा को जिला अस्पताल भेजा, जहां उन्होंने पहुंचकर सबसे पहले जो एक्सपायरी डेट की बॉटल लगी थी, वह निकलवाकर मामले की जांच के आदेश सिविल सर्जन को दिए, फिलहाल जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में हुई इस लापरवाही की अब जांच शुरू हो गई है, जांच के बाद यह देखना होगा कि इस लापरवाही की सजा किसे मिलती है.
कलेक्टर के आदेश पर मैं यहां आया, पता चला बच्चों का मामला है, बच्चों को बुखार और पेट की खराबी के चलते उन्हें भर्ती किया गया था. उनको जो इंजेक्शन और सलाइन चढ़ाई गई थी, वो शायद एक्सपायरी थी, जैसे ही सलाइन लगाया गया, जानकारी मिलते ही उसे निकाल लिया गया, जो भी ड्यूटी पर थे उन्हे तलब करके हटा दिया गया है, जांच चल रही है, जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी-एसडीएम