टीकमगढ़। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार को टीकमगढ़ के गंजीखाने में आयोजित श्री राम कथा के अंतिम दिन समाज के बुद्धिजीवी कार्यक्रमों से रूबरू होकर उनके सवालों का जवाब दे रहे थे. इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने समाज के बुद्धिजीवियों, डॉक्टर, वकील और पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर हिन्दू राष्ट्र की अवधारणा पर अपने विचार रखे और कहा कि हिन्दू राष्ट्र की बात धरातल पर उतर चुकी है. हिन्दू राष्ट्र बनने पर भारत मे राम राज्य की परिकल्पना होगी और राम राज्य की परिकल्पना से वैमनस्यता दूर होगी. समाज के बुद्धिजीवियों को पंडित धीरेंद्र कृष्ण द्वारा हिंदू राष्ट्र को लेकर आ रहे लगातार बयानों पर जो भी शंका थी, उन्होंने प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में सामने रखी.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का पहला प्रयोग : धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र को लेकर दिए जा रहे बयानों पर भले विवाद खड़े हो रहे हैं और राजनेता और राजनीतिक दल उनके बयानों को लेकर असहज हैं. लेकिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को लेकर तटस्थ हैं. टीकमगढ़ में हुई श्री राम कथा के दौरान उन्होंने पहली बार ये प्रयोग किया कि वह समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों से भी रूबरू होंगे और उनके मन में जो भी शंकाएं हैं, उनका जवाब देंगे. यह पहला मौका था, जब समाज के प्रबुद्ध वर्ग वकील, डॉक्टर, व्यापारी, शिक्षक और अन्य लोगों ने सीधे तौर पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से रूबरू होकर अपने सवाल रखे और शंकाओं को दूर किया. प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदुओं के ऊपर न कोई संकट था और न है और न ही रहेगा. हिन्दू का मतलब हिंसा का दमन करे, वो हिन्दू है.
रामराज्य की परिकल्पना साकार होगी : उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनेगा तो रामराज्य की परिकल्पना साकार होगी और रामराज्य की परिकल्पना होगी तो वैमनस्यता दूर होगी. हिंन्दू राष्ट्र की बात धरातल पर उतर चुकी है. हिंदू राष्ट्र की अवधारणा में अन्य धर्म और पंथ के लोगों का क्या स्थान होगा और क्या महत्व होगा, इसको लेकर लोगों की शंकाएं दूर करने के लिए प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में मौजूद एक मुस्लिम धर्मावलंबी को खुद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने उनके मन की शंकाएं और सवाल जाहिर करने के लिए कहा. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने हिन्दू राष्ट्र के बारे में जानकारी देने के बाद एक मुस्लिम समाज के भाई को माइक देने को कहा और पूछा कि आप भी चाहते हैं कि हिन्दू राष्ट्र बने तो इस्माइल खान का कहना था कि हां मैं भी चाहता हूं कि हिन्दू राष्ट्र हो, एक ऐसा हिन्दू राष्ट्र हो जिसमें किसी को कोई समस्या न हो. पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार बताई गई हिन्दू राष्ट्र की अवधारणा को स्वीकार करते हुए इस्माइल खान ने कहा कि मुस्लिम धर्म को कहीं कोई आपत्ति न हो, हमारे गुरुओं को कोई दिक्कत न हो, हम ऐसा हिन्दू राष्ट्र चाहेंगे. पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने इस्माइल खान से कहा कि हिन्दू राष्ट्र में किसी भी पंथ को नुकसान नहीं होगा.