टीकमगढ़। करोना महामारी के चलते देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे टीकमगढ़ जिले के करीब 5 हजार मजदूरों को लाने की प्रशासन ने तैयारी कर ली है. इन सभी को राज्य सरकारों के सहयोग से जिले में वापस लाया जाएगा. जिनमें हरियाणा, दिल्ली ,तेलंगाना, गुजरात आदि महानगरों में जो मजदूर लॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं और उन्हें आने में समस्या हो रही है. उन्हें अब सरकार लाकर उनके घर तक छोड़ेगी.
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने इन राज्यों में संपर्क कर उनको वापस लाने की पहल की है. जिस पर सहमति बन गई थी अब केंद्र सरकार की सहमति से इन मजदूरों को स्पेशल ट्रेन चलाकर वापस लाया जाएगा. यह स्पेशल ट्रेन सागर, छतरपुर और झांसी रेलवे स्टेशन तक आएगी. जिसके बाद इन मजदूरों को छोड़कर वापस चली जाएगी. इन ट्रेनों में टीकमगढ़ जिले के करीब 5 हजार मजदूरों को सैकड़ों बसों से टीकमगढ़ वापस लाया जाएगा.
देश के अलग-अलग राज्यों से आए इन मजदूरों की पहले स्क्रीनिंग की जाएगी. जिसके बाद उन्हें उनके जिले में होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. जो संदिग्ध होगा उनको अलग से क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. इन सभी मजदूरों को स्वास्थ्य विभाग की टीम की निगरानी में रखा जाएगा. जिससे गांव में कोई संक्रमण न फैले.
आपको बता दें कि जिले में पहले भी दिल्ली, गुड़गांव, हरियाणा ,पंजाब, गुजरात, अहमदाबाद ,पलवल ,आगरा आदि शहरों से तकरीब 60 हजार मजदूर आ चुके हैं. बाकी 5 हजार मजदूर फंसे रह गए थे. उनको भी अब स्पेशल ट्रेनों से सभी राज्यों से वापस लाया जा रहा है. जिसके बाद रेलवे स्टेशनों से इन तमाम मजदूरों को बसों के माध्यम से जिलों में लाया जाएगा.