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बान सुजारा डैम के खोले गए 10 गेट, प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील - धसान नदी उफान पर

भारी बारिश के चलते बान सुजारा डैम के 10 गेट खोले गए हैं. जिससे धसान नदी उफान पर आ गई. गेट खोले जाने के बाद प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है.

बान सुजारा डैम के खोले गए 10 गेट
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Published : Sep 23, 2019, 10:15 PM IST

टीकमगढ़। लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के बान सुजारा डैम के दस गेट खोले गये. गेट खोले जाने के बाद प्रशासन ने लोगों को धसान नदी के आस-पास न जाने की चेतावनी दी है. क्योंकि डैम के गेट खोले जाने से धसान नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. जानकरी के मुताबिक बांध में पानी की आवक लगातार जारी हैं, ऐसे में अभी बांध के गेट खुले रहेंगे.

बान सुजारा डैम के खोले गए 10 गेट

गेट खोले जाने के बाद डैम से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. रविवार को बांध से पानी छोड़े जाने से शाम पांच बजे खरीला के पास निकली धसान नदी उफान पर आ गई. जिसके चलते नदी पर बने पुल से तीन फिट की उंचाई तक पानी बह रहा है. जिसमे छतरपुर और टीकमगढ़ का मुख्य हाइवे पर यातायात पूरी तहर बाधित है.

डैम के नीचे मछली पालन करने वाले जान जोखिम में डालकर लगातार मछली पकड़ रहे हैं. डैम के 10 गेट खोलने के बाद भी गेट से कुछ दूरी पर धसान नदीं की तेज धारा में मछुवारे मछली पकड़ने में जुटे हुए. जबकि विभाग के जिम्मेदार अफसरों इसकों अनदेखा कर रहे.जिससे कभी भी कोई कोई हादसा हो सकता हैं.

टीकमगढ़। लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के बान सुजारा डैम के दस गेट खोले गये. गेट खोले जाने के बाद प्रशासन ने लोगों को धसान नदी के आस-पास न जाने की चेतावनी दी है. क्योंकि डैम के गेट खोले जाने से धसान नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. जानकरी के मुताबिक बांध में पानी की आवक लगातार जारी हैं, ऐसे में अभी बांध के गेट खुले रहेंगे.

बान सुजारा डैम के खोले गए 10 गेट

गेट खोले जाने के बाद डैम से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. रविवार को बांध से पानी छोड़े जाने से शाम पांच बजे खरीला के पास निकली धसान नदी उफान पर आ गई. जिसके चलते नदी पर बने पुल से तीन फिट की उंचाई तक पानी बह रहा है. जिसमे छतरपुर और टीकमगढ़ का मुख्य हाइवे पर यातायात पूरी तहर बाधित है.

डैम के नीचे मछली पालन करने वाले जान जोखिम में डालकर लगातार मछली पकड़ रहे हैं. डैम के 10 गेट खोलने के बाद भी गेट से कुछ दूरी पर धसान नदीं की तेज धारा में मछुवारे मछली पकड़ने में जुटे हुए. जबकि विभाग के जिम्मेदार अफसरों इसकों अनदेखा कर रहे.जिससे कभी भी कोई कोई हादसा हो सकता हैं.

Intro:खरगापुर- लगातार हो रही बारिश के चलते बांध सुजारा डैम के 10 गेट खोले गये। धासन नदी के आसपास बने टापूओं पर न जाने की दी गई चेतावनी। लगातार ऊपरी हिस्सों में हो रही बारिश के चलते धसान नदी में लगातार आ रहे पानी से बानसुजारा बांध के केचमेंट ऐरिया में लगातार जल स्तर बढ़ रहा था। इसे देखते हुए बांध के पूरे 10 गेट खोल दिए गए हैं। Body:बानसुजारा बांध के गेट खुलने के कारण धसान नदी अपने पूरे वेग से बहने लगी हैं। सूत्रों के मुताबिक बांध मेें पानी की आवक लगातार जारी बना हुआ हैं, ऐसे में अभी बांध के गेट खुले रहेंगे।
         Conclusion:ब्लाॅक सहित जिलेभर में लगातार बारिश का दौर जारी बना हुआ है। केचमेंट एरिया के साथ उपरी हिस्सों में बीते कुछ दिनों से लगातार बादल जमकर बरस रहे हैं। इस बारिश का असर धसान नदी पर बने जिले के सबसे बडे एक मात्र बांध बानसुजारा में देखने को मिल रहा हैं। बांध में 200 एमसीएम से अधिक पानी आने के बाद विभाग ने सोमवार की सुबह करीब 10बजें बांध के गेट खोल दिए हैं। बांध प्रबंधन द्वारा सोमवार को लगभग बांध के 10 गेट खोल दिए गए। बता दे कि 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वही रविवार को बांध से पानी छोड़े जाने से शाम 5 बजे खरीला के पास निकली धसान नदी उफान पर आने से पुल से 3 फिट ऊपर अपने बहाव में रही। जिसमे छतरपुर ओर टीकमगढ़ मुख्य हाइवे मार्ग रात्रि 10 बजेे तक के लिए बाधित रहा था। अभी भी पूरे वेग के साथ तेज बहाब में चल रही है। प्रशासन के इस अलर्ट को ग्रामीण बिलकुल भी मान नही रहे। जिससें लगातार नदी में फंसने की घटनाएं सामने आ रही है। गौरतलब है कि अब चार से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी है। जिससें ग्रामीण सबक नही ले रहे है।
बाॅक्स
बांध के नीचे कर रहे मत्स्यखेट- बान सुजारा बांध प्रबंधन की सबसे बड़ी लापरवाही सामने बरत रहा है जहां बांध के जलस्तर पर नजरे गढ़ाए बेठे जिम्मेदार अफसरों के सामने ही जान की परवाह किए बगैर मत्स्याखेट जारी बना हुआ है। बांध प्रबंधन ने जब बांध के 10 गेट खोल दिए थे उसी दौरान गेट से कुछ दूरी पर धसान के तेज धार में मछुवारे मत्स्याखेट करने में जुटे रहे। विभाग के जिम्मेदार अफसरों द्वारा इसकों अनदेखा करते रहे। वही लापरवाही को लेकर सवालियां निशान लग रहे है।
प्रदीप चौरसिया, खरगापुर विधानसभा
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