सिंगरौली। प्रदूषित शहरों में शुमार ऊर्जाधानी कहे जाने वाले सिंगरौली में वायु प्रदूषण स्तर बढ़ गया है. प्रदेश में सबसे अधिक AQI 325 सिंगरौली का है. जो वायु का प्रदूषण स्तर बेहद खराब माना जाता है. सिंगरौली जिले का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. दरअसल सिंगरौली जिले में यहां के पावर प्लांटों के चिमनियों से निकलने वाले धुएं से वायु प्रदूषित हो रही है. सिंगरौली जिले में ओपन माइंस, कोयले का ट्रांसपोर्ट जैसे कई कारण है जिसके चलते वायु प्रदूषित है. हालत ये है कि इलाकों में रहने वाले लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ फेफड़ों संबंधित कई बीमारियों से भी ग्रसित है. (Singrauli AQI )
ग्रामीणों का जीना दूभर: सिंगरौली जिले में के रहने वाले लोगों का कहना है कि प्रदूषण का स्तर इतना अधिक है कि अपने घरों के बाहर कपड़े तक नहीं सुखा सकते हैं क्योंकि प्रदूषण इतना ज्यादा है कि कपड़े भी सफेद काले हो जाते हैं. मोरवा जैसे क्षेत्र में जाने वाले लोग एक बार वहां से गुजरने के बाद दोबारा उनके कपड़े पहनने योग्य नहीं रह जाते. वायु प्रदूषण के चलते उनके गले और नाक में काली परत जम जाती है. प्रदूषण के चलते किसानी भी बेहद प्रभावित होती है पैदावार में भी कमी आना शुरू हो गया है इसका कारण है कि धान और अन्य रवि की फसलों पर भी कोयले की राख जम जाती है.
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हवा की गुणवत्ता: देश में AQI मानक के हिसाब से 0 से 50 के बीच AQI का मतलब हवा की गुणवत्ता अच्छी मानी जाती है. 51 से 100 के बीच का मतलब वायु का शुद्धता संतोषजनक है, 101 से 200 के बीच वायु की गुणवत्ता मध्यम स्थिति में है. वही 201 से 300 के बीच खराब है 301 से 400 के बीच बेहद खराब स्थिति और 401 से 500 के बीच गुणवत्ता बेहद गंभीर माना जाता है ऐसी स्थिति में सांस और फेफड़े से संबंधित कई बीमारियां भी हो सकती है. (singrauli worst climate in mp) (bad air quality in singrauli) (singrauli pollution level high)