सिंगरौली। सीधी-सिंगरौली हाइवे पर 8 सितंबर को देवसर के सजहर में NH39 सड़क 200 फीट नीचे धंस गई. घंटों आवागमन बाधित रहा. लोग 50 किलोमीटर दूर से दूसरे मार्ग से अपने गंतव्य की ओर पहुंच रहे हैं. वहीं अब कलेक्टर सिंगरौली ने इस मार्ग पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है. सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है.
200 फीट धंस गई सड़क : दरअसल, वर्ष 2018 में गैमन इंडिया द्वारा छोड़े गये अधूरे कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी नई कंपनी तिरुपति बिल्डकॉन ने लिया था, लेकिन इस कंपनी ने भी काम में लापरवाही बरती. लापरवाही का नतीजा यह है कि बीते दिन हाइवे बिन बरसात के ही 200 फीट से ज्यादा धंस गई, हालांकि ग़नीमत यह रही कि इस हादसे में कोई चपेट में नही आया. हादसे के बाद जिलाधिकारी ने सड़क पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है. वहीं, आवागमन के लिए एक अन्य वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई है.
अगले साल अप्रैल को डेडलाइन : बताया जा रहा है कि हाइवे को पूरा करने के लिये नई कंपनी तिरुपति बिल्डकॉन ने 331.16 करोड़ में ठेका लिया है. कार्य पूरा करने की डेडलाइन अप्रैल 2023 निर्धारित की गई है. कंपनी ने एक वर्ष पहले से काम शुरू किया, लेकिन अभी तक एक तिहाई काम भी पूरा नही हुआ. और जो हुआ भी है, वह खतरनाक जोन में पहुंच गया है. सिंगरौली कलेक्टर राजीव रंजन मीणा ने बताया कि हाईवे पर सजहर के जंगल में सड़क घंस गई है. सुरक्षा के मद्देनजर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है. विकल्प के तौर पर दूसरी व्यवस्था बनाई गई है.
कलेक्टर ने दिए निर्देश : कलेक्टर ने बताया कि ठेका कंपनी को तेजी के साथ कार्य करने का निर्देश दिया गया है. उम्मीद है कि निर्धारित अवधि में हाईवे तैयार हो जाएगा. हाइवे के निर्माण के दौरान आवागमन में कोई समस्या न हो, इसके लिए प्रशासन ने सड़कों को दुरुस्त कराने का निर्णय लिया है. पिछले वर्ष 16 करोड़ रुपए की लागत से सड़कों की मरम्मत का कार्य कराया गया, लेकिन मरम्मत का कार्य करने वाली ठेका कंपनी ने केवल खानापूर्ति की. यही वजह रही कि इस बारिश में सड़क धंस गई और प्रशासन को दो दिन पहले आवागमन प्रतिबंधित करना पड़ा.