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CBI Raid Singrauli: सिंगरौली में NCL की ब्लॉक बी परियोजना में CBI ने मारा छापा, रिश्वत के मामले में 16 घंटे तक चली पूछताछ, 2 अधिकारी गिरफ्तार

CBI Raid in Singrauli: सिंगरौली में एनसीएल की ब्लॉक बी परियोजना में छापा पड़ा है, ये छापेमार कार्रवाई सीबीआई ने की है. फिलहाल रिश्वत के मामले में 16 घंटे तक पूछताछ चली, इसके बाद 2 अधिकारी गिरफ्तार हुए हैं.

CBI Raid in Singrauli
सिंगरौली में सीबीआई का छापा
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 7, 2023, 10:37 AM IST

Updated : Oct 7, 2023, 11:20 AM IST

सिंगरौली में सीबीआई का छापा

सिंगरौली। एमपी के सिंगरौली जिले में स्थित कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई NCL के ब्लॉक भी परियोजना में भ्रष्टाचार और रिश्वत की शिकायत पर शुक्रवार को सीबीआई ने छापे मार कार्रवाई की. बताया जा रहा है इस कार्रवाई में 16 घंटे तक लगातार पूछताछ और कागजात खंगाले गए, इस लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई जबलपुर की टीम ने परियोजना के महाप्रबंधक GM सईद गोरी एवं राजस्व शाखा में पदस्थ भू अर्जन अधिकारी चंद्र मोहन गुप्ता को गिरफ्तार किया है. सीबीआई के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि "2 करोड़ मुआवजे के एवज में ₹2,00,000 की रिश्वत मांगी गई थी, जहां ₹40,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ भू अर्जन अधिकारी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया गया."

16 घंटे पूछताछ के बाद 2 अधिकारी गिरफ्तार: जानकारी के अनुसार पीड़ित की शिकायत पर शुक्रवार को NCL के ब्लॉक बी परियोजना में पहुंची सीबीआई जबलपुर की 7 सदस्य टीम ने उसे वक्त राजस्व शाखा में पदस्थ भू अर्जन अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, जब पीड़ित व्यक्ति से दो करोड़ रुपए मुआवजा राशि दिलाने के एवज में 2 लाख रुपये में रिश्वत की मांग की गई थी. युवक जब 40 हजार रुपये दे रहा था, उसी वक्त सीबीआई की टीम ने रंगे हाथ भू अर्जन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं कार्रवाई के बाद दोपहर 2:00 बजे से सुबह 6:00 तक सीबीआई की टीम GM के आवास एवं भू अर्जन अधिकारी के आवास से लेकर कार्यालय तक जांच में जुट गई और कागज खंगालती रही. 16 घंटे तक चली इस लंबी कार्रवाई में परियोजना GM सईद गोरी के आवास से 13 लख रुपए नगद एवं दो जगह प्रापर्टी के पेपर बरामद किए गए, फिलहाल सीबीआई ने दोनों भ्रष्ट अधिकारियों को जबलपुर सीबीआई कोर्ट में पेश करने के लिए रवाना हो गई.

मुआवजा राशि दिलाने के एवज में रिश्वत की होती थी बडी डिमांड: शिकायतकर्ता तथा अन्य विस्थापितों का कहना है कि "लगातार चंद्र मोहन गुप्ता जो की परियोजना के राजस्व शाखा के भू अर्जन अधिकारी थे, उनके द्वारा परसेंटेज के आधार पर मुआवजा का कुछ पैसा रिश्वत के रूप में मांगने के बाद ही काम को आगे बढ़ाया जाता था और मुआवजे की राशि दिलाई जाती थी. जो रिश्वत नहीं देता था उसकी फाइल को कई महीनों तक रोक दिया जाता था, ऐसे मजबूर होकर लोक रिश्वत देने को मजबूर हो रहे थे. शिकायत के बाद बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ और सीबीआई की टीम ने रंगे हाथ राजस्व शाखा में पदस्थ अधिकारी को ₹40000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया."

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सीबीआई की टीम पूछताछ और जांच में जुटी रही: इस कार्रवाई के बाद सीबीआई की 7 सदस्यीय टीम लगातार अलग-अलग अधिकारियों से आवास से लेकर कार्यालय तक पूरी रात पूछताछ की और सर्चिंग कर आवास से नगद पैसे और प्रॉपर्टी के कागजात भी बरामद किए बताया जा रहा है, यह जो पूछताछ है वह पूरी रात चली शुक्रवार दोपहर 2:00 बजे से लेकर शनिवार सुबह के 6:00 बजे तक सीबीआई की टीम पूछताछ और सर्चिंग करती रही. फिलहाल सीबीआई की टीम ने GM और भू अर्जन अधिकारी को जबलपुर सीबीआई कोर्ट पेश करने के लिए सिंगरौली से लेकर रवाना हो गई, वहीं इस पूरे सर्च अभियान के दौरान परियोजना GM के आवास से 13 लख रुपए नगद और प्रॉपर्टी के दो कागजात भी बरामद किए गए हैं.

सिंगरौली में सीबीआई का छापा

सिंगरौली। एमपी के सिंगरौली जिले में स्थित कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई NCL के ब्लॉक भी परियोजना में भ्रष्टाचार और रिश्वत की शिकायत पर शुक्रवार को सीबीआई ने छापे मार कार्रवाई की. बताया जा रहा है इस कार्रवाई में 16 घंटे तक लगातार पूछताछ और कागजात खंगाले गए, इस लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई जबलपुर की टीम ने परियोजना के महाप्रबंधक GM सईद गोरी एवं राजस्व शाखा में पदस्थ भू अर्जन अधिकारी चंद्र मोहन गुप्ता को गिरफ्तार किया है. सीबीआई के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि "2 करोड़ मुआवजे के एवज में ₹2,00,000 की रिश्वत मांगी गई थी, जहां ₹40,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ भू अर्जन अधिकारी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया गया."

16 घंटे पूछताछ के बाद 2 अधिकारी गिरफ्तार: जानकारी के अनुसार पीड़ित की शिकायत पर शुक्रवार को NCL के ब्लॉक बी परियोजना में पहुंची सीबीआई जबलपुर की 7 सदस्य टीम ने उसे वक्त राजस्व शाखा में पदस्थ भू अर्जन अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, जब पीड़ित व्यक्ति से दो करोड़ रुपए मुआवजा राशि दिलाने के एवज में 2 लाख रुपये में रिश्वत की मांग की गई थी. युवक जब 40 हजार रुपये दे रहा था, उसी वक्त सीबीआई की टीम ने रंगे हाथ भू अर्जन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं कार्रवाई के बाद दोपहर 2:00 बजे से सुबह 6:00 तक सीबीआई की टीम GM के आवास एवं भू अर्जन अधिकारी के आवास से लेकर कार्यालय तक जांच में जुट गई और कागज खंगालती रही. 16 घंटे तक चली इस लंबी कार्रवाई में परियोजना GM सईद गोरी के आवास से 13 लख रुपए नगद एवं दो जगह प्रापर्टी के पेपर बरामद किए गए, फिलहाल सीबीआई ने दोनों भ्रष्ट अधिकारियों को जबलपुर सीबीआई कोर्ट में पेश करने के लिए रवाना हो गई.

मुआवजा राशि दिलाने के एवज में रिश्वत की होती थी बडी डिमांड: शिकायतकर्ता तथा अन्य विस्थापितों का कहना है कि "लगातार चंद्र मोहन गुप्ता जो की परियोजना के राजस्व शाखा के भू अर्जन अधिकारी थे, उनके द्वारा परसेंटेज के आधार पर मुआवजा का कुछ पैसा रिश्वत के रूप में मांगने के बाद ही काम को आगे बढ़ाया जाता था और मुआवजे की राशि दिलाई जाती थी. जो रिश्वत नहीं देता था उसकी फाइल को कई महीनों तक रोक दिया जाता था, ऐसे मजबूर होकर लोक रिश्वत देने को मजबूर हो रहे थे. शिकायत के बाद बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ और सीबीआई की टीम ने रंगे हाथ राजस्व शाखा में पदस्थ अधिकारी को ₹40000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया."

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सीबीआई की टीम पूछताछ और जांच में जुटी रही: इस कार्रवाई के बाद सीबीआई की 7 सदस्यीय टीम लगातार अलग-अलग अधिकारियों से आवास से लेकर कार्यालय तक पूरी रात पूछताछ की और सर्चिंग कर आवास से नगद पैसे और प्रॉपर्टी के कागजात भी बरामद किए बताया जा रहा है, यह जो पूछताछ है वह पूरी रात चली शुक्रवार दोपहर 2:00 बजे से लेकर शनिवार सुबह के 6:00 बजे तक सीबीआई की टीम पूछताछ और सर्चिंग करती रही. फिलहाल सीबीआई की टीम ने GM और भू अर्जन अधिकारी को जबलपुर सीबीआई कोर्ट पेश करने के लिए सिंगरौली से लेकर रवाना हो गई, वहीं इस पूरे सर्च अभियान के दौरान परियोजना GM के आवास से 13 लख रुपए नगद और प्रॉपर्टी के दो कागजात भी बरामद किए गए हैं.

Last Updated : Oct 7, 2023, 11:20 AM IST
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