सीधी। जिले में गरीबों के साथ छलावा किया जा रहा है, उनके गरीब होने के मजाक उड़ा कर उन्हें सरकार की तरफ से दिए जाने वाले राशन से वंचित किया जा रहा है. कोटेदार की दबंगई के चलते गरीबों को भूखे रहना पड़ रहा है, जिसे लेकर मंगलवार को बढोरा ग्राम पंचायत के सैकड़ो ग्रामीण कलेक्टर से शिकायत करने जिला पंचायत की जन सुनवाई पहुंचे, जहां उन्होंने कोटेदार की मनमानी शिकायत की.
कोटेदार करता है दबंई
ग्रामीणों ने बताया कि कोटेदार उन्हें राशन देने से मना कर रहा है. लोगों ने बताया कि गांव में दो शासकीय उचित मूल्य की दुकानें है, लेकिन कोटेदार की दबंई के चलते गरीब तबके के सैकड़ो लोगों को तीन माह से अनाज नहीं दिया जा रहा है. जबकि सरकार से सभी हितग्राहियों का राशन आ रहा है.
धोखा देकर निकाल लेता है अनाज
कोटेदार अशिक्षित महिलाओं से अंगूठा का निशान लगवा लेता है, लेकिन गेंहू चावल नहीं देता है. यदि कोई बोलने की हिम्मत दिखाता भी है तो उसे धमकी देकर भगा दिया जाता है. ग्रमीणों ने कहा कि हम गरीबों के घर मे चूल्हा नहीं जल पाता, भूखे मरने के अलावा कोई चारा नही है. अनेक बार शिकायत की गई लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है.
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
ग्रामीणों की शिकायत के बाद कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने मामले में जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए तहसील दार को गांव में जांच करने का आदेश भी दिया है. उन्होंने कहा की अगर जांच में कोटेदार दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जांच के आदेश से उम्मीद
अब देखना यह होगा कि कलेक्टर की जांच में क्या कुछ निकल कर सामने आता है और कब तक ग्रामीणों को अनाज उपलब्ध कराया जाता है. फिलहात तो ग्रामीणों के हाल जस के तस ही नजर आ रहे हैं.