सीधी। जिले के संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव के लोगों ने टाइगर रिजर्व के अधिकारियों-कर्मचारियों ने उन पर फर्जी मुकदमें दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है. ग्रामीणों का आरोप है कि जंगली जानवरों का शिकार या हत्या होने पर गांव के लोगों को उसका आरोपी बनाया जाता है, जबकि मृत जानवरों के मामले में गांव के किसी भी व्यक्ति के समक्ष मौका पंचनामा नहीं कराया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि अगर जंगल में कोई नीलगाय या हिरण घायल हो जाता है. तो उसका मांस खुद अधिकारी-कर्मचारी खा जाते हैं और जानवर को मारने का आरोप ग्रामीणों पर लगा देते हैं. इसके साथ ही ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कर्मचारी उनसे टाइगर रिजर्व क्षेत्र में लकड़ी कटाने, पशु चराने को लेकर लाखों रुपए की वसूली करते हैं.
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उपखंड अधिकारी ने रेंजर और अधीनस्थ कर्मियों को किया तलब
ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उपखंड अधिकारी कुसमी ने रेंजर वीरभद्र सिंह परिहार को नोटिस जारी कर आगामी 25 मार्च को कार्यालय में प्रतिवेदन के साथ उपस्थित होने को कहा है. साथ ही सहायक परिक्षेत्र अधिकारी गणेश प्रजापति, वनरक्षक शिव कुमार कुर्रे और सुरेश बैगा को भी उपस्थित होने को कहा गया है.