सीधी। सीधी बस हादसे में दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जहां आज तीन और शव को नहर से निकाला गया है. वहीं ट्रांसपोर्ट डिप्टी कमिश्नर मौके का मुआयना करने पहुंचे. जहां उन्होंने कहीं ना कहीं खराब रोड को सीधी हादसे की वजह माना है.
घटना स्थल पर पहुंचे ट्रांसपोर्ट डिप्टी कमिश्नर एके सिंह ने मौके का मुआयना किया. एके सिंह ने प्रथम दृष्टया हादसे की वजह खराब सड़क को माना. कमिश्रर ने कहा कि रोड पर स्पीड ब्रेकर तो नहीं लेकिन जंपिंग है, जिसमें बस की स्पीड तेज होने के चलते यह हादसा हुआ. उन्होंने कहा कि स्पीड ज्यादा होने के चलते हो सकता है ड्राइवर बस को संभाल नहीं पाया और बस नहर में गिर गई.
सीधी बस हादसे में मरने वालों की संख्या हुई 51, चार शव और मिले
वहीं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने कहा कि बस की क्षमता 32 की थी,हो सकता है कि ज्यादा यात्री बैठे थे. जिससे बस ओवरलोड हो गई होगी और यह हादसा हो गया. बता दें सीधी बस हादसे में दूसरे दिन रेस्क्यू में चार और लोगों के शव मिले हैं. जिसके बाद मरने वालों की संख्या 51 पहुंच गई है. वहीं सीएम शिवराज सीधी पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे.
हादसा कैसे हुआ ?
नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.
कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.