सीधी। जिले से हजारों मजदूर मुंबई, दिल्ली, सूरत, बैंगलोर, हैदराबाद, पुणे जैसे महानगरों में काम करने गए थे. लेकिन लॉकडाउन की वजह से ना घर आ पा रहे हैं और ना ही खाने को मिल पा रहा है. हमारी टीम ने पीड़ित मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की तो उनके दुख भरी दास्तां सुनकर किसी की भी आंखें नम हो जाएंगी.
उन्होंने बताया कि खेत-खलिहान में काम करने वाले लोग अन्य शहरों में फंसे हुए हैं, ऐसे में खेतों में फसल भी खड़ी हुई है, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है. आवागमन के साधन बंद है, जिसकी वजह से वो घर नहीं पहुंच पा रहे हैं. सरकार से उम्मीद के अलावा उनके पास कोई दूसरा चारा नहीं है. हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द सरकार हमारी सुने.
वहीं जिम्मेदार कह रहे हैं कि शासन की तरफ से अभी जानकारी ली जा रही है और जल्द विशेष ट्रेन के जरिए फंसे लोगों को लाया जाएगा. रोजी-रोटी कमाने गए मजदूरों के लिए अब लॉकडाउन मुसीबत का सबब बन गया है. लोगों का सब्र अब टूटता जा रहा है. लेकिन उन्हें ये उम्मीद जरूर है कि सरकार उनका दर्द समझेगी और परिजनों को जल्द वापस लाएगी.