सीधी। जिला जेल इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है जहां कुछ ऐसे कैदी हैं जो सजा काटने के साथ साथ पढ़ाई भी कर रहे हैं. वहीं जेल प्रबंधन उन्हें शिक्षिका के माध्यम से सुबह और शाम पढ़ाई कराई जाती है, साथ ही मार्च में होने वाली बोर्ड की तैयारियों में भी जुट गए हैं.
इस जेल में 320 कैदी बंदी हैं जो अलग-अलग मामलों में सजा काट रहे हैं. इनमें कुछ ऐसी भी कैदी हैं जिनकी उम्र कम है और भविष्य संवारने की जुगत में जेल के अंदर ही पढ़ाई कर रहे हैं. जेल प्रबंधन ने ऐसे 10 कैदियों का चयन किया है जो मार्च माह में दसवीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं.
जेल में बंद कुछ कैदियों से बात की तो उनका कहना है कि जेल के अंदर रहकर भी पढ़ाई की जा सकती है. दहेज मामले में और 376 की सजा काट रहे बंदियों का कहना है कि सुबह शाम शिक्षिका द्वारा पढ़ाई कराई जाती है, जेल में पढ़ाई के लिए समय मिलता है और 10 कैदी दसवीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं.
इस मामले में जेल अधीक्षक कुलवंत सिंह धुर्वे का कहना है कि जिला जेल में वैसे तो कैदियों की संख्या कम है. लेकिन जो कैदी पांचवी तक पढ़ाई करे हुए हैं उनमें से 10 कैदियों को चिन्हित किया गया है. मार्च माह में होने वाली बोर्ड की परीक्षा के लिए उन्हें तैयार भी किया जा रहा है.