रीवा। सीधी जिले के बघवार में हुए बस हादसे में 45 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवां दी, वहीं कई लोग अभी भी लापता है. इस दर्दनाक बस हादसे से हर कोई सदमे में है. हादसे का कारण अभी पूरी तरह तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रशासन व परिवहन विभाग की लापरवाहियों पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
नहर में समाई बस
सुबह सीधी जिले से सतना की ओर जा रही परिहार ट्रेबल्स की यात्री बस दुर्घटना का शिकार हो गई. यात्री बस में करीब 58 यात्री सवार थे. बस में सवार सात यात्री खुद को बचा पाने में सफल हो गए. घटना की सूचना मिलते पुलिस प्रशासन व एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया, जिसके बाद 45 से अधिक लोगों के शवो को बरामाद कर लिए गया.
परिवहन विभाग की मानी जा रही लापरवाही
दर्दनाक हादसे में जिला प्रशासन वा परिवहन विभाग की लापरवाही मानी जा रही है. बताया जा रहा है की रीवा-सीधी मार्ग पर स्थित छुहिया घाटी में पिछले करीब 5 दिनों से लंबा जाम लगा हुआ था, जिस कारण से बस को अपना रुट बदलना पड़ा. बस जिस रूट से जा रही थी, वहीं अचानक नहर के अंदर पलट गई.
जानकारी के मुताबिक बस 32 सीटर थी, लेकिन बस में 58 से भी अधिक यात्री सवार थे. जिनमे से 7 यात्रियों ने तैर कर अपनी जान बचा ली, लेकिन 45 से ज्यादा यात्रियों की पानी मे डूबकर मौत हो गई और नहर में पानी के तेज बहाव के चलते अभी भी कुछ यात्रियों पता नही लग पाया. जिनकी तलाश की जा रही है.
बस में सवार थे क्षमता से अधिक यात्री
बस में क्षमता से अधिक सवारी होना कहीं न कही प्रशासन पर सवाल खड़े करते है. अगर समय रहते 4 दिन से लगे लंबे जाम को जिला प्रशासन गंभीरता से लेता और जाम खुल जाता तो बस को रास्ता बदल कर नहर की तरफ से हो नही जाना पड़ता.
कब जागेगा प्रशासन
हादसे के बाद भी बस संचालक अपनी मनमानी करने पर उतारू हैं, क्षमता से अधिक सवारी को बसों में ठूस कर बसों का संचालन किया जा रहा है. बस संचालक भी नियमों को ताक पर रखकर बसों का संचालन कर रहे हैं. हलांकि ईटीवी भारत से रीवा के अंतरराज्यीय सरदार वल्लभभाई पटेल बस स्टैंड पर बस संचालकों ने घटना को दुखद बताया और बसों को संचालन नियमपूर्वक होन बताया.