सीधी। सरकार की योजनाओं में पलीता लगाने और गरीबों के शोषण करने के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों और सचिवों की मिलीभगत अक्सर सामने आती रहती है. कुछ ऐसा ही मामला सीधी के माटा ग्राम पंचायत से सामने आया है जहां एक गरीब दिव्यांग के खेत में सरपंच और सचिव ने जबरदस्ती पुलिया का निर्माण करवाया है. फिलहाल मामला कलेक्टर ने संज्ञान में ले लिया है.
सीधी जिले की सबसे विवादित पंचायतों में माटा ग्राम पंचायत भी शामिल है. यहां अक्सर किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता है. नये मामले में एक गरीब और दिव्यांग किसान धनपत सिंह के खेत में जबरन गांव के सरपंच और सचिव ने मिलकर एक पुलिया का निर्माण करवाया है. पीड़ितों का कहना है कि यह पुलिया गुणवत्ता विहीन है जिससे पानी का बहाव भी नहीं होता है. इसके साथ ही उन्होने सचिव और सरपंच पर सरकार को चूना लगाने का आरोप लगाया.
वहीं इस मामले में मीडिया से बात करते हुए कलेक्टर अभिषेक सिंह ने कहा कि अगर पुलिया बन गयी है तो उसका विकल्प देखा जाएगा. साथ ही उन्होने किसी के साथ गलत नहीं होने की बात कही है.
बहरहाल माटा ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव की मिलीभगत से कई योजनाओं पर गरीबों को उनका हक नहीं मिल पाया है. हाल ही में सरपंच को धारा 140 के तहत उसे पद से हटा दिया गया था. न्यायालय के आदेश के बाद एक बार फिर सरपंच अपने पद पर आसीन है. वहीं सचिव को पहले ही प्रशासन ने हटा दिया है. ऐसे में देखना होगा कि गरीब को जिला प्रशासन कब तक न्याय दिला पाता है.