सीधी। आज आयोजन समिति शहर में रैली निकाल कर सोशल डिस्टेंस का मखौल उड़ाते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंचे, जहां लॉकडाउन की वजह से हो रहे आर्थिक नुकसान को लेकर शादी विवाह या अन्य आयोजनों में काम कर रोजी रोटी चलाने के लिए सरकार के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और मांग की आयोजन से जुड़े वर्करों के सामने दो वक्त की रोटी की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है, इन्हें भी छूट दी जाए.
जिले में आज टेंट, साउंड, लाइट, भोजन मिस्त्री, घोड़ा बग्घी और कलाकारों का सारा कारोबार लॉकडाउन की वजह से ठप्प पड़ गया है, शादी विवाह या आयोजन से जुड़े लोगों के सामने अब भूखे मरने की नौबत आ गई है. हालांकि सरकार ने 100 व्यक्तियों को आयोजन की अनुमति दी है, हमारा संघ चाहता है कि 300 लोगों को आयोजन में शामिल होने की अनुमति दी जाए, जिससे आयोजन कार्यक्रमों से जुड़े, केटर्स, टेंट, लाइट, साउंड, गायक कलाकार या सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़े लोगों को लाभ मिलने लगेगा और अपने परिवार का भरण पोषण कर पाएंगे.
कोरोना काल में टेंट, कैटर्स, लाइट साउंड के किराए से लिये भवनों का किराया देने में समर्थ नहीं है. किसी ने बैंक से कर्ज लेकर व्यवसाय शुरू किया है, उनकी किस्त निकलना तो दूर घर चलाना मुश्किल हो रहा है.
बहरहाल, लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक हो गया है, जिसमें अन्य व्यवसाय धीरे-धीरे पटरी पर दौड़ने लगे हैं, लेकिन टेंट, लाइट, साउंड या शादी से जुड़े लोगों के लिए पिछले पांच माह मुश्किल से गुजरे हैं, अब इनके सामने भूखे मरने के हालात हैं, जबकि इनका कहना है कि सरकार कम से कम 300 लोगों को शादी समारोह या अन्य आयोजनों में शामिल होने की अनुमति दें. ऐसे में देखना होगा कि इवेंट एसोशियसन से जुड़े लोगों का जीवन फिर से पटरी पर दौड़ पड़े जिसके लिए सरकार क्या विचार करती है.