सीधी। मध्यप्रदेश कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. ऐसे में सीधी नगर पालिका कोरोना संक्रमण के खतरे से अंजान बना हुआ है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि नगर पालिका शहर के बीच में गीला और सूखा कचरा डंप कर कर रहा है. कचरे की बदबू की वजह से पूरे क्षेत्र में लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
शहर के पूजा पार्क और मानस भवन को नगर पालिका ने गैरज डंपिंग ग्राउंड बना लिया है. जहां वाहन खड़े होते हैं, वहीं नगर पालिका शहर से कचरा लाकर डंप करता है. स्थानीय लोगों की मानें तो कई बार कलेक्टर नगर पालिका अधिकारियों से शिकायत की गई. लेकिन कोई असर नहीं हुआ. कचरा जमा होने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है.
एक होटल संचालक श्रवण कुमार का कहना है कि कचरे के ढेर से इतनी बदबू आती है, कि होटल में ग्राहकों ने आना छोड़ दिया है. वहीं एक अन्य व्यवसायी राजू सिंह, अवध बिहारी मिश्रा का कहना है कि शहर से इकट्ठे कर कचरे को यहां जमा कर, नगर पालिका बीमारी के संक्रमण को बढ़ावा दे रही है.
वहीं कचरा वाहन चालक अशोक गुप्ता कहते हैं, कि हमें जो अधिकारियों ने आदेश दिए हैं. हम उस आदेश का पालन कर रहे हैं. डॉक्टर भी मानते हैं कि बीच शहर में कोरोना बीमारी के इलाज में निकलने वाली दवाइयों के डिब्बे, सिरिंज, इंजेक्शन आदि को फेंसने से संक्रमण फैलने के पूरे-पूरे आसार हैं. नगर पालिका को शहर से दूर कहीं अन्य जगह पर कचरा को डिस्पोज करना चाहिए.
नगर पालिका के सीएमएचओ अमर सिंह के सेवानिवत्त होने के बाद कलेक्टर द्वारा तहसीलदार लक्ष्मी कांत मिश्रा को नगर पालिका का प्रशासक नियुक्त किया है. इस मामले में उनका कहना है कि कचरा को शहर के गैरिज में एक दिन के लिए डंप किया जाता है, फिर उसे बरमानी गांव में ले जाकर डिस्पोज कर दिया जाता है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं रहता.