सीधी। कोरोना वायरस के कहर के बाद लगे लॉकडाउन से हर वर्ग प्रभावित हुआ है. ऐसे में पहले से ही कोरोना की मार झेल रहे मैकेनिकों के सामने अब नई समस्या खड़ी हो गई है. सीधी के मैकेनिक विस्थापन की मार झेलने को मजबूर हैं, जबकि नगर निगम प्रशासन की दलील है कि शहर से दूर इन्हें विस्थापन करना मजबूरी है.
शहर के स्टेडियम के पास मोटर मैकेनिक सालों से अपना रोजगार चलाते आ रहे हैं, लेकिन अब शहर के विस्तार के साथ इन्हें जमोड़ी थाने के पास ट्रांसपोर्ट नगर में विस्थापन किया जाना है, जहां आधे से अधिक मोटर गैरेज जा चुकी हैं, जबकि बचे हुए मोटर मैकेनिक माली हालत के चलते ट्रांसपोर्ट नगर में बनी दुकानें नहीं खरीद सकते. लिहाजा पुरानी जगह पर अपना रोजगार चलाना इनकी मजबूरी बन गई है.
ऐसे में नगर प्रशासन इन्हें विस्थापन के लिए कई बार नोटिस भी थमा चुका है, लेकिन मोटर मैकेनिक जाने को तैयार ही नही हैं. उनका कहा है कि एक तो लॉकडाउन की वजह से कमर टूट चुकी है वहीं अब नगर विस्तार के नाम पर इन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ रहा है. आए दिन नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी उन्हें परेशान करते हैं और गाड़ियां सुधारने का सामान तक ले जाते हैं.
इस मामले में नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि नगर विस्तार और मिनी स्मार्ट सिटी के तहत इन्हें ट्रांसपोर्ट नगर में विस्थापन किया जा रहा है.शहर को साफ सुथरा रखने के लिए इन्हें जाना ही होगा. बहरहाल जिले में मोटर मैकेनिकों के सामने अब भूख से मरने के अलावा कोई चारा नहीं बचता.
ट्रांसपोर्ट नगर में महंगी दुकानें होने की वजह से गरीब तबके के लोग दुकान नहीं खरीद सकते. इधर शहर को साफ सुथरा रखने के लिए प्रशासन विस्थापन पर अड़ा हुआ है. ऐसे में देखना होगा कि आखिर इनके रोजगार को लेकर जिला प्रशासन क्या कोई रास्ता निकलता है.