सीधी। जिले में आज सोन घड़ियाल क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन को रोकने की रणनीति बनाई गई. इस रणनीति में रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन, भण्डारण और विक्रय पर जीरों टॉलरेंस तो रीवा और शहडोल संभाग के अंतर्गत सोन घड़ियाल क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन को रोकने की रणनीति पर चर्चा करते हुए योजना तैयार की गई.
सीधी के परसली रिसोर्ट में बैठक आयोजित की गई, जिसमें रीवा संभाग कमिश्नर राजेश कुमार जैन, शहडोल संभाग कमिश्नर नरेश पाल, आईजी रीवा जोन चंचल शेखर, रीवा डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, सीधी कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक सीधी आर एस बेलवंशी, रियाज इकबाल सतना, सत्येंद्र कुमार शुक्ला शहडोल, संयुक्त संचालक टाइगर रिज़र्व अशोक कुमार सहित राजस्व पुलिस, वन, खनिज और परिवहन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के दौरान सीधी, शहडोल और सतना जिले के सीमा से लगे सोन घड़ियाल क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन, भंडारण और विक्रय पर कड़ाई से अंकुश लगाने को लेकर चर्चा की गई.
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय:
1. सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से प्रभावी कार्रवाई करेंगे
2. विभिन्न माध्यमों से त्वरित रूप से जानकरियां साझा की जाएंगी
3. नदी तक पहुंचने वाले रास्ते को खुदवाकर अवरुद्ध किया जाए
4. प्रमुख मार्गों पर चेकपोस्ट बनाकर निगरानी रखी जाए
5. साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से कड़ी चौकसी रखी जाए
6. चेकपोस्ट से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन की कड़ाई से जांच की जाए
7. रेत के अवैध व्यापार से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाए.
पिछली 31 मई को चुरहट में कमिश्नर रीवा संभाग और आईजी रीवा जोन की अध्यक्षता में हुई संयुक्त बैठक के बाद सभी संबंधित विभागों ने सीधी जिले में रेत के अवैध व्यापार पर कड़ाई से अंकुश लगाते हुए प्रभावी कार्रवाई की है. आपको बता दें कि सोन घड़ियाल अभ्यारण्य क्षेत्र को 1981 में अधिसूचित किया गया है, यह क्षेत्र सोन, बनास और गोपद नदी के 209 किमी क्षेत्र में फैला हुआ है. साथ ही सीधी, सिंगरौली, सतना और शहडोल जिले में भी विस्तारित है.
आज से ही संयुक्त दलों ने सतना, जनकपुर, रतवार, घोघी, नौढ़िया, गोपालपुर, झिरिया, सुखाड़, कूबरी क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखते हुए कार्रवाई की जाएगी.