सीधी। महिला सशक्तिकरण की दिशा में शासन का स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के प्रयास जारी है. इसके अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों का गठन और प्रशिक्षण के बाद आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई गतिविधियों के माध्यम से आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास किया जा रहा है. सीधी जिले में पहली बार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का काम स्व सहायता समूह को सौंपा गया है. अभी कुल चार गेहूं उपार्जन केंद्रों का संचालन महिला स्व सहायता समूह ने सफलतापूर्वक शुरू किया है.
कलेक्टर सीधी ने किया अनूठा प्रयास
कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी के निर्देशानुसार और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राकेश शुक्ला के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्व सहायता समूह रवि विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन का कार्य कर रहा है. राजीव मिश्रा सीईओ जनपद सीधी और ग्राम नोडल राम सिंह की कोशिशों से जनपद पंचायत सीधी में गेहूं उपार्जन का काम दीपक स्व सहायता समूह, ग्राम पंचायत कमर्जी कर रहा है.
महिलाओं को स्वसहायता समूहों के जरिए बनाया जाएगा सशक्त
दीपक स्व सहायता समूह को शासन की तरफ से 12 हजार रुपए चक्रीय निधि राशि, आर्थिक गतिविधि लिए एक लाख 10 हजार रुपए सामुदायिक निवेश कोष भी उपलब्ध कराया गया है. गेहूं उपार्जन केंद्र कमर्जी में कुल 659 किसानों का गेहूं खरीदी किया जाना है. आज तक समूह ने 38 किसानों का एक हजार 569 क्विंटल गेहूं की खरीदी पूरी की है. यह पहली बार है जब दूसरी समितियों और संस्थाओं की भांति स्व सहायता समूह को उपार्जन के काम में शामिल किया गया है. शासन की मंशानुरूप यह प्रयास समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाए जाने का प्रयास है.
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ग्राम कमर्जी को किया गया चिन्हित
गेहूं उपार्जन केंद्र कमर्जी में शासन से जारी उपार्जन नीति पर आशुतोष तिवारी जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने प्रशिक्षण और सतत मार्गदर्शन दिया जा रहा है. जिससे निर्देशों का पालन करते हुए गेहूं की खरीदी का काम पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है. कमर्जी केंद्र में स्व सहायता समूह के सभी सदस्य, उनके परिवार और गांव के दूसरे सदस्यों को मिलाकर कुल 30 सदस्यों काम कर रहे हैं. किसान भाइयों को अपना गेहूं तुलवाने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो और न ही किसान का समय बर्बाद हो इसको ध्यान में रखते हुए उन्हें दो दिन पहले ही केंद्र प्रभारी ने शासन के नियमानुसार निर्धारित संख्या में मैसेज और दूरभाष के माध्यम से सूचित किया है, जिससे केंद्र पर भीड़ भी नहीं होती है और केंद्र पर उपस्थित किसान अपना गेहूं भी सुगमता के साथ तुलवा कर जा रहे हैं.
कोविड गाइडलाइन का हो रहा पालन
कोविड-19 से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पूर्ण पालन किया जा रहा है. गेहूं उपार्जन के काम के लिए शासन स्वयं सहायता समूहों को प्रति क्विंटल के मान से उपार्जन केंद्र के संचालन के लिए राशि प्रदान की जा रही है. इससे समूह की आय में बढ़ोतरी होगी.