सीधी। देशभर में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार ने स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं ताकि वह अपने गृह जिले तक पहुंच जाए. वहीं कुछ मजदूर ऐसे भी हैं जो पैदल भूखे, प्यासे, सामान और बच्चों के साथ मीलों का सफर तय करने को मजबूर हैं. इन मजदूरों को इस भरी गर्मी में थोड़ी राहत मिल जाए इसके लिए सीधी के कमर्जी थाना इलाके में विधिक साक्षरता और जागरूकता शिविर लगाया गया. शिविर में मजदूरों को फल और माता का प्रसाद वितरित किया गया, इस दौरान कमर्जी थाना के एसआई पवन सिंह और अपर सत्र न्यायाधीश और चुरहट के अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
सीधी के कमर्जी में थाना इलाके के तुर्रा गांव में विधिक साक्षरता और जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. जहां थाना प्रभारी पवन सिंह की मुख्य भूमिका रही जिन्होंने अपने प्रयासों से कई प्रवासी मजदूरों की मदद की और फल का वितरण किया. पवन सिंह ने बताया कि कमर्जी थाना अंतर्गत जितने भी प्रवासी मजदूर आ रहे हैं, उनका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. साथ ही उन्हें क्वॉरेंटाइंन होने को भी कहा जा रहा है.
प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन की पूरी जानकारी दी जा रही है कि उन्हें 14 दिनों तक कैसे अपने घरों में सुरक्षित रहना है किसी से मिलना-जुलना नहीं है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को समझाया की यह बिमारी छुआछूत की बीमारी है, जिससे बचने का सिर्फ एक ही उपाय है लोगों से दूरी बनाकर रहना और अपने हाथों को लगातार साबुन से धोना ताकी संक्रमण न फैल सके.
बहरहाल ऐसे प्रयासों से प्रवासी मजदूरों की मुश्किलें कम तो नहीं होंगी लेकिन लंबे सफर में चलते-चलते उन्हें कुछ हद तक राहत जरुर मिल सकती है.