सीधी। बीजेपी सरकार का सपना झांसी-रांची नेशनल हाईवे को फोर लाइन में तब्दील करने का था, लेकिन अब ये सपना अधूरा नजर आ रहा है. हालांकि 6 साल पहले फोरलेन बनाने का कॉन्ट्रैक्ट हैदराबाद की टेक्नो यूनिक कंपनी को मिला था, लेकिन कंपनी ने इस काम को पिछले महीने ही अधूरे में छोड़ दिया है. इसकी वजह से NH-39 का काम अधर में लटक गया है. सड़क में अभी एक तरफ की साइड ही बन पाई है, वहीं गोपद नदी पर सेतु बनाने का काम भी अधूरा है. इसके कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं.
बताया जा रहा है कि इस सड़क का का टेंडर 12 सौ करोड़ रुपए में हुआ था, जिसमें से करीब 800 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन अभी तक सड़क पूरी तरह से बन नहीं पाई है और न ही सेतु बना है. जिसके चलते आए दिन सड़क हादसे भी हो रहे हैं. सीधी से सिंगरौली का रास्ता मात्र 2 घंटे का है, लेकिन लोगों को 4 से 5 घंटे का सफर तय करना होता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि धूल, गड्ढे, अधूरी सड़क 6 साल से बन रही है, जबकि इसे 2015 में पूरा हो जाना था.
इधर इस मामले में कांग्रेस के ग्रामीण विकास पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि बीजेपी ने 6 साल के निर्माण को पूरा नहीं कराया है और हैदराबाद की कंपनी काम छोड़कर इसलिए भाग गई है कि उन्हें मालूम है कि कांग्रेस सरकार गड़बड़ी करने वालों को छोड़ेगी नहीं.