सीधी। जिले में लॉकडाउन लगते ही अवैध उत्खनन का खेल शुरू हो गया है, वहीं जिले से गुजरने वाली बाणसागर नहर का पानी जाने के लिए बने पुल को भी माफिया अब निशाना बना रहे हैं और उत्खनन कर भविष्य के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. बावजूद इसके भी प्रशासन बेखबर बना हुआ है.
बता दें कि बीजेपी नेता के द्वारा रेत का अवैध उत्खनन और फर्जी डीपीसी परिवहन करने का मामला अभी थमा भी नहीं है कि आज कमर्जी थाना इलाके के तुर्रा पहाड़ पर पत्थरों के उत्खनन का मामला सामने आया है, जहां गांव के राजेश मिश्रा ने आरोप लगाया है की गांव के मनोज चौहान, बाणसागर नहर के लिए बने पुल के पायो से पत्थर खोदकर तस्करी की जा रही है, जिसका विरोध करने पर मारपीट और गुंडागर्दी की जाती है.
वहीं राजेश ने बताया की मनोज चौहान ने बाणसागर नहर की जमीन पर अवैध कब्जा किया है, और 5 तारीख को जब उत्खनन का विरोध राजेश कर रहे थे तब मनोज ने उनके साथ मारपीट की, इसकी शिकायत थाने में की गई है, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. वहीं मनोज का कहना है कि हम लोग अवैध उत्खनन नहीं करते बल्कि राजेश मिश्रा करते हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों की शिकायत पर काउंटर केस कर लिया गया है.
बहरहाल, सीधी में अवैध उत्खनन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने की वजह से इनके हौसले बुलंद होते जा रहें हैं. हाल ही में रेत माफियाओं ने प्रशासन अधिकारियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई थी और अब ऐसे में देखना होगा की प्रशासन अवैध उत्खनन को लेकर क्या कदम उठाती हैं.