सीधी। कलेक्ट्रेट के सामने आदिवासी किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है. ये धरना मेशर्स आर्यन कोल बेनीफिकेशन कंपनी के पक्ष में फर्जी अधिग्रहण के विरोध में किया जा रहा है. इस विरोध में किसानों की सात सूत्रीय मांग है. मंत्रियों के निर्देश के बाद भी कलेक्टर और जिला प्रशासन का कोई अधिकारी आंदोलनकारियों से चर्चा करने नहीं पहुंचा. इस ठिठुरती ठंड में किसान महिलाएं भी धरने पर बैठने को मजबूर है.
आंदोलनकारियों से मिलने नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
कलेक्ट्रेट के समक्ष बीथिका भवन में 10 फरवरी से अनिश्चितकालीन आयोजित धरना चल रहा हैै. जिसमें किसानों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन पत्र सीधी प्रवास पर आए कृषि मंत्री और पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री को दी थी. जिसमें मंत्री ने कहा कि वो किसानों की मांगों पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को निर्देशित कर रहे हैं कि वे आंदोलनकारियों से चर्चा कर किसानों की समस्याओं का समाधान करें.
ये है किसानों की मांग
किसानों की मांग है कि आर्यन पावर कंपनी के लिए भुमका और मूसामूड़ी गांव के किसानों की अधिग्रहित की गई भूमि अधिग्रहण निरस्त कर किसानों को वापस की जाए, गुलाब सागर डूब प्रभावित किसानों की भूमियों पर स्थित पर संपत्तियों का मुआवजा दिया जाए. साथ ही सिंचित भूमियों का सिंचित दर से मुआवजा दिया जाए. ग्राम समदा आजाद नगर के आदिवासी जो बरसों से शासकीय भूमि के काबिज है, उनको पट्टा दिया जाए. इसके अलावा पात्र आदिवाशियी को वनाधिकार का पट्टा दिया जाए. इन सभी मांगों को लेकर धरना किया जा रहा है.