सीधी। जिला अस्पताल के हालात सुधरने की जगह दिन ब दिन बदतर होते जा रहे हैं. यहां लोगों को कभी डॉक्टर, कभी दवाईयां, तो कभी शव वाहन के लिए भटकना पड़ता है. जिला अस्पताल की ऐसी ही तस्वीर फिर से सामने आई है, जहां एक वृद्धा की मौत के बाद परिजनों को शव घर ले जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा.
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने शव सौंपकर उन्हें अस्पताल से बाहर कर दिया, जिसके बाद वह घंटों शव को घर ले जाने के लिए शव वाहन का इंतजार करते रहे. परिजनों ने कहा कि सिविल सर्जन को फोन लगाया, लेकिन उनकी समस्या को दूर नहीं किया गया. वहीं सीएचएमओ इस मामले में सिविल सर्जन पर दोष मढ़कर पल्ला झाड़ते नजर आए.
बता दें कि ये कोई पहला मामला नही है. सीधी जिला अस्पताल में ऐसे मामले आए दिन देखने को मिलते हैं. अगर जिला अस्पताल का ये हाल है तो ग्रामीण इलाके की स्वास्थ्य सेवाएं किस हद तक बदहाल हो सकती हैं, सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.