सीधी। जिले में कोरोना पॉजिटिव शख्स पाए जाने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं कोरोना से जंग लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मी अब अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. शहर में बने JNM सेंटर में कोरोना संदेहियों का ब्लड लेकर टेस्ट के लिए लैब भेजा जाता है, जहां काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मी एक ही PPE किट को एक सप्ताह तक पहनते रहते हैं. वहीं उस PPE किट में सैनिटाइजर का छिड़काव भी नहीं किया जाता है, जिससे स्वास्थ्यकर्मियों को भी अब वायरस फैलने का खतरा सताने लगा है. हालांकि इस मामले में कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने जल्द सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात कही है.
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सीधी में कोरोना की जंग लड़ रहे पुलिसकर्मी हो या स्वास्थ्य कर्मी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. शहर में बने JNM सेंटर, जहां कोरोना संदेहियों का ब्लड सैंपल लेकर लैब भेजा जाता है. वहां 45 लोग क्वॉरेंटाइन में रखे गए हैं. यहां की स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि विभाग न तो सैनिटाइजर मुहैया करा रहा है और न ही इस जगह को सैनिटाइज किया जाता हैं.
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स्वास्थ्यकर्मी महिला ने बताया पांच दिन से एक ही PPE किट पहने हुए हैं जबकि PPE किट एक दिन पहनकर डिस्पोज कर दी जाती है. स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही से इन्हें अब संक्रमित होने का खतरा दिखने लगा है. जिले में संक्रमित मिलने के बाद इन्हें भी डर सताने लगा है, जिसे लेकर प्रशासन से सभी सुरक्षा के उपकरण उपलब्ध कराए जाने की अनुरोध किया गया है.
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वहीं इस मामले में कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि जल्द ही उनकी सभी समस्या दूर की जाएगी. वे CMHO से बात कर उनकी अपेक्षाएं पूरी करेंगे. बहरहाल कोरोना की जंग लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों को जब तक सुरक्षा मुहैया होती रहेगी तब तक वह बेखौफ होकर जंग लड़ते रहेंगे, लेकिन अपने आप को असुरक्षित महसूस करना कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही हो सकती है.